Friday 5 December 2014

हाफिज सईद, नरेन्द्र मोदी और जम्मू-कश्मीर के चुनाव

हाफिज सईद, नरेन्द्र मोदी और जम्मू-कश्मीर के चुनाव
पांच दिसम्बर को जम्मू-कश्मीर में एक साथ जो दो एनकाउंटर हुए उनमें पाकिस्तान में रह रहे हाफिज सईद का बयान, भारत में नरेन्द्र मोदी का पीएम होना और जम्मू-कश्मीर में चुनाव का दौर शामिल हैं। हाफिज सईद पिछले कई वर्षों से भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है। 26/11 का मुम्बई हमला भी हाफिज की ही उपज था। चार दिसम्बर को सईद ने एक रैली की और कश्मीर को पाकिस्तान का बताया। यहां तक कहा कि हमारे लड़ाके भारत से कश्मीर को लेकर रहेंगे। अगले ही दिन कश्मीर में एलओसी के निकट उरी क्षेत्र में सेना के कैम्प पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में 6 आत्मघाती आतंकी तो मारे ही गए, लेकिन सेना के भी दस जवान शहीद हो गए। दूसरा हमला श्रीनगर के सौरा में हुआ। कहने की जरुरत नहीं की इन हमलों में पाकिस्तान का हाथ है। आतंकी पाक से प्रशिक्षित होकर आते हैं। इन आतंकियों की वजह से कश्मीर सहित देशभर में तनाव और दहशत का माहौल है। सवाल उठता है कि जब आतंकी हमारी सेना को ही निशाना बना रहे है, तो आम आदामी की सुरक्षा की गारंटी कैसे दी जा सकती है। लोकसभा चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी, अमित शाह आदि भाजपा नेताओं ने कहा था कि यदि भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बन गई तो एक मौत का बदला दो से लिया जाएगा। यानि पाकिस्तान ने आतंकियों की आड़ में हमारा एक सैनिक मारा तो हम पाकिस्तान के दो सैनिक मारेंगे। तब लोगों को लगा कि कांग्रेस सरकार के मुकाबले भाजपा की सरकार हिम्मत से जवाब देगी। लोग अब भाजपा और नरेन्द्र मोदी से उसी हिम्मत की उम्मीद कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान और आतंकी वारदातों को लेकर जो भी कहा, उसे अब विपक्षी दल मुद्दा बना रहे हैं। राहुल गांधी से लेकर लालूप्रसाद यादव तक मोदी के बयानों का मजाक उड़ा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का दौर चल रहा है। चुनाव के तीन चरणों में 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ। ऐसे में आतंकियां को लगता है कि बेलेट से बुलेट हार रहा है। इन दिनों आतंकी घटनाओं में जो इजाफा हुआ है, उसके पीछे कश्मीर में मतदान का प्रतिशत बढऩा भी है। आतंकी नहीं चाहते हैं कि कश्मीर के लेाग भारतीय संविधान के अनुरूप होने वाले चुनावों में भाग लें। देखना है कि आतंकी हमलों और विपक्ष की जुबानों का मोदी किस प्रकार जवाब देते हैं। -(एस.पी.मित्तल)(spmittal.blogsopot.in)

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