Tuesday 10 March 2015

भाजपा चिल्लाती रहेगी और अलगाववादी जेलों से छूटते रहेंगे

भाजपा चिल्लाती रहेगी और अलगाववादी जेलों से छूटते रहेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर जम्मू-कश्मीर की गठबंधन सरकार के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह चिल्लाते रहेंगे और कश्मीर की जेलों से अलगाववादी छूटते रहेंगे। मसरत आलम की रिहाई के बाद भाजपा के नेताओं ने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जो सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद को अलगाववादियों को रिहा करने से रोक सके। अब 15 और अलगाववादियों की रिहाई की प्रक्रिया कश्मीर में शुरू हो गई है। सईद ने सीएम की हैसियत से यह स्पष्ट कर दिया है कि गत कांग्रेस और एनसी की सरकार ने जिन मुसलमानों को अलगाववादी करार देकर गिरफ्तार किया था, उन सभी को राजनीतिक कैदी मानकर रिहा किया जाएगा। पीएम मोदी ने संसद में मसरत की रिहाई पर जो बयान दिया उसके जवाब में सईद ने कह दिया कि अलगाववादियों को छोडऩे से पहले केन्द्र सरकार को विश्वास में लेने की कोई जरुरत नहंी है। भारतीय संविधान में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। राज्य सरकार अलगाववादियों को छोडऩे का फैसला अपने स्तर पर कर सकती है। सईद ने अपने इस बयान से स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा नेताओं के चिल्लाने का उन पर कोई असर नहीं हो रहा है। इसीलिए कांग्रेस के नेताओं को यह कहने का मौका मिल गया है कि अलगाववादियों की रिहाई भाजपा की सहमति से ही हो रही है। एक टीवी न्यूज चैनल का तो दावा है कि अलगाववादियों की रिहाई पर सहमति जम्मू-कश्मीर में भाजपा पीडीपी सरकार के बनने से पहले ही हो गई थी, जिस तरह से कश्मीर की जेलों से अलगाववादियों को छोड़ा जा रहा है, उससे मुसलमानों में मुफ्ती मोहम्मद सईद की स्थिति मजबूत हो रही है। यह मजबूत स्थिति सिर्फ कश्मीर में ही नहीं बल्कि पूरे देश के मुसलमानों के बीच बन रही है।
सईद को भी लगता है कि अब देशभर के मुसलमान उन्हें ही अपना सर्वमान्य नेता मानेंगे। इसमें कोई दोराय नहीं कि अलगाववादियों को लेकर सईद ने जो रुख अपनाया है, उसकी प्रशंसा देशभर के मुसलमानों में की जा रही है। सईद के इस रुख से आतंकवादी भी खुश हैं, इसलिए इन दिनों कश्मीर में भारतीय सेना के कैम्पों पर कोई हमले भी नहीं हो रहे हैं और न ही सीमा पर पाकिस्तान की ओर से कोई गोलाबारी हो रही है। शायद आतंकवादियों को यह लगता है कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए जो कार्यवाही उनके द्वारा की जा रही थी, वह अब सीएम की कुर्सी पर बैठकर सईद कर रहे हैं। कश्मीर को भारत से अलग करने के मुद्दे पर सईद ने सकारात्मक माहौल कश्मीर में तैयार कर लिया है। इस सिलसिले में कश्मीर के कट्टरपंथी नेता गिलानी ने दिल्ली में पाकिस्तान के राजदूत से मुलाकात भी की है। जानकारों की माने तो अगले कुछ दिनों में सीएम सईद पाक अधिकृत कश्मीर का भी दौरा करेंगे। सईद ने सीएम बनते ही अलगाववादियों के प्रति जो नरम रुख अपनाया है, उनकी वजह से पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान में भी सईद की लोकप्रियता बढ़ी है। पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ युद्ध करने वाले आतंकवादियों को यह लगता है कि सईद के माध्यम से भारत और पाकिस्तान के कश्मीर को मिलाकर एक नया देश बनाया जा सकता है। आतंकवादियों, अलगाववादियों, पाकिस्तानियों और मुफ्ती मोहम्मद सईद के मंसूबों से भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी किस प्रकार निपटते हैं यह आने वाला समय ही बताएगा। (एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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