Monday 27 April 2015

नेपाल में पीएम मोदी की तत्परता

संघ की सक्रियता की खबरें गलत
सरकार चलाने के कामकाज को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी की आलोचना हो सकती है, लेकिन 25 अप्रैल को नेपाल में आए भीषण भूकंप में मोदी ने जो तत्परता दिखाई है, उसकी अब सब जगह प्रशंसा भी हो रही है। इस मामले में 27 अप्रैल को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में जो बयान दिया, वह तो और भी चौंकाने वाला है। सिंह ने कहा कि मैं देश का गृहमंत्री हंू और 25 अप्रैल को मुझे भी नेपाल में भूकंप के में जानकारी पीएम नरेन्द्र मोदी के टेलीफोन से मिली। सिंह ने बताया कि 25 अप्रैल को वे  एक कार्यक्रम में पीएम के साथ शामिल थे और जब कार्यक्रम की समाप्ति के बाद अपने घर पहुंचे तो तुरंत पीएम मोदी का फोन आया, जिसमें कहा कि नेपाल में भूकंप आया है। इसलिए अभी तीन बजे एक बैठक रखी गई है। उन्होंने कहा कि मैं देश का गृहमंत्री हंू, लेकिन मुझसे भी पहले पीएम के पास भूकंप की जानकारी पहुंच गई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश-विदेश में घटने वाली घटनाओं पर पीएम की कितनी पैनी नजर है। इतना ही नहीं भूकंप की प्राथमिक जानकारी से ही गंभीरता का अंदाजा लगाया और दोपहर तीन बजे बैठक भी कर ली। यही वजह रही कि नेपाल की मदद करने के लिए भारत की सेना सबसे पहले पहुंच गई। इस समय एनडीआरएफ की दस टीमें नेपाल में काम कर रही है तथा छह और टीमे भेजी जा रही हैं। वायु सेना के 13 विमान राहत सामग्री लेकर नेपाल में पहुंच गए हैं। ऑपरेशन मैत्री के तहत नेपाल की हर संभव मदद की जाएगी। इसमें कोई दो राय नहीं कि नेपाल की मदद के लिए पीएम मोदी ने तत्परता दिखाई है। 25 अप्रैल को दोपहर जब नेपाल में भूकंप आया तब भारत में तीन बजे उच्च स्तरीय बैठक की और फिर अगले दिन 26 अप्रैल को भी बैठक का सिलसिला जारी रखा। नेपाल में करीब चार हजार लोग मौत के शिकार हो चुके हैं तथा छह हजार लोग को अस्पतालों में भर्ती है। मकानों के मलबे में दबे लोग जब बाहर निकलेंगे, तब पता चलेगा कि कितनी मौते हुई। जागरुक लोगों को याद होगा कि गत वर्ष जब कश्मीर में बाढ़ आई थी, तब भी पीएम मोदी ने राहत के लिए जो तत्परता दिखाई, उसकी प्रशंसा तब के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी की थी। यानि किसी भी सकंट में पीडि़तों की मदद करने में पीएम मोदी आगे रहते हैं।
नेपाल में संघ नहीं है सक्रिय
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता दत्तात्रेय होजबोले ने 27 अप्रैल को स्पष्ट किया है कि भूकंप पीडि़तों की मदद के लिए भारत से संघ का कोई स्वयं सेवक नेपाल नहीं गया है। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर जो खबरे चल रही हैं वे भ्रामक हैं। भूकंप पीडि़तों की मदद करते जो स्वयं सेवक दिखाए जा रहे हंै वे भी गुजरात में आए 2001 के भूकंप के समय के हैं। होजबोले ने कहा कि नेपाल के हालातों की जानकारी लेने के लिए वे स्वयं नेपाल आ गए हैं और नेपाल में संघ की नेपाली शाखा हिन्दू स्वयं सेवक संघ को सक्रिय कर रहे हैं। एचएसएस के स्वयं सेवक अब नेपाल सरकार के साथ मिलकर राहत कार्य करेंगे। होजबोले ने स्पष्ट किया फिलहाल भारत से स्वयं सेवकों को नेपाल नहीं भेजा गया है। होजबोले के इस स्पष्टीकरण के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारीणी की सदस्य साइना एन.सी. का ट्वीट भी गलत साबित हो गया है, जिसमें कहा गया था कि संघ के 20 हजार स्वयं सेवक नेपाल जा रहे हैं। साइना एन.सी. की तरह संघ के स्वयं सेवकों ने भी सोशल मीडिया पर नेपाल में राहत कार्य करने के दावे किए थे, लेकिन जिस तरह संघ ने गलत खबरों पर अपना स्पष्टीकरण दिया है, वह भी प्रशंसनीय है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

No comments:

Post a Comment