Monday 6 April 2015

हाईकोर्ट के आदेशों की अवेहलना कर बन रहा है पाथ-वे

हाईकोर्ट के आदेशों की अवेहलना कर बन रहा है पाथ-वे
आना सागर में डाली जा रही मिट्टी
हाईकोर्ट के आदेशों की अवेहलना कर ऐतिहासिक आनासागर के किनारे पाथ-वे का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है। गंभीर बात यह है कि इस पाथ-वे के निर्माण के लिए हजारों डम्पर मिट्टी के आनासागर में डाले जा रहे हैं। शहर की जागरुक संस्था कॉमन कोज सोसायटी ने आनासागर, पुष्कर सरोवर तथा पाल बीसला तालाब के संरक्षण को लेकर एक जनहित याचिका हाईकोर्ट में पेश की थी। इस याचिका पर ही फैसला देते हुए हाईकोर्ट ने आदेशों में कहा कि तीनों स्थानों को वर्ष 1947 की मूल स्थिति में लाया जाए। हाईकोर्ट के आदेशों पर ही आनासागर और पाल बीसला तालाब के भराव क्षेत्र को नो कंस्टे्रक््रशन जोन घोषित किया गया। साथ ही आनासागर के भराव क्षेत्र में बने सभी निर्माणों को तोडऩे के आदेश भी दिए गए। हाईकोर्ट के आदेश के अनुरूप ही अजमेर विकास प्राधिकरण ने भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना भी जारी की। आनासागर के भराव क्षेत्र में होने वाले निर्माण को भी रोकने का प्रयास किया, लेकिन अब वही आनासागर के भराव क्षेत्र में प्राधिकरण ही पाथ-वे का निर्माण कर रहा है। रिजनल कॉलेज की ओर आनासागर में हजारों डम्पर मिट्टी के डाले जा रहे हैं। प्राधिकरण ने बकायदा इसके लिए टेंडर जारी किया है और ठेकेदार को कार्य आदेश दिया है। मिट्टी डालकर आनासागर के भराव क्षेत्र को लगातार कम किया जा रहा है। पाथ-वे का पूरा निर्माण आनासागर के अंदर हो रहा है। एक ओर प्राधिकरण हाईकोर्ट का आदेश बताकर आनासागर के भराव क्षेत्र में जमीन मालिकों को निर्माण नहीं करने दे रहा, तो दूसरी ओर स्वयं आनासागर में ही पाथ-वे  का निर्माण कर रहा है। इस संबंध में क्षेत्रीय नागरिकों ने क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी से भी शिकायत की है। देवनानी से कहा गया कि जब आम लोगों को निर्माण नहीं करने दिया जा रहा है तो फिर प्राधिकरण स्वयं कैसे पाथ-वे का निर्माण कर रहा है। हाईकोर्ट का आदेश प्राधिकरण पर भी लागू होता है।
इनका कहना है
आनासागर के भराव क्षेत्र में पाथ-वे का निर्माण पूरी तरह हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। प्राधिकारण स्वयं हाईकोर्ट की अवेहलना कर रहा है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
-राजकुमार नाहर, भू-वैज्ञानिक
पाथ-वे के लिए आनासागर के भराव क्षेत्र में किसी प्रकार का निर्माण नहीं किया जा रहा है। सिर्फ मिट्टी डालकर सड़कनुमा मार्ग बनाया जाएगा ताकि आम लोग आनासागर के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकें। भराव क्षेत्र में निर्माण न हो, इस पर सख्ती से अमल होगा।
-स्नेहलता पंवार, आयुक्त अजमेर विकास प्राधिकरण

(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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