Wednesday 29 April 2015

तो अनिता भदेल देवनानी को क्यों नहीं लिखती सिफारिशी पत्र

राजस्थान पत्रिका के अजमेर संस्करण में 28 अप्रैल को के.आर.मुंडियार की एक स्टोरी प्रकाशित हुई है। राजनीति में महिलाओं की भूमिका पर आधारित इस स्टोरी में अजमेर उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक और स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी और दक्षिण क्षेत्र की भाजपा विधायक व महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल की भावनाएं भी लिखी गई है। देवनानी और भदेल ने बड़े गर्व के साथ कहा है कि राजनीति में महिलाओं का पूरा सम्मान है। यदि देवनानी और भदेल ने वाकई सच बोला है तो सवाल उठता है कि श्रीमती भदेल अपने विधानसभा क्षेत्र के शिक्षकों के तबादले के लिए सिफारिशी पत्र देवनानी को क्यों नहीं लिखती हैं? शिक्षकों के तबादले के लिए देवनानी के पास भाजपा के मंत्रियों और विधायकों के सिफारिशी पत्र ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के विधायकों के पत्र भी है, लेकिन पूरे राजस्थान में एक मात्र विधायक अनिता भदेल होंगी जिन्होंने देवनानी को सिफारिशी पत्र नहीं लिखा। दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का कोई भाजपा कार्यकर्ता किसी शिक्षक को लेकर भदेल के पास जाता भी है तो श्रीमती भदेल उस कार्यकर्ता के हाथ जोड़ लेती है। श्रीमती भदेल का कहना होता है कि वे मुख्यमंत्री से तो सिफारिश कर देगी लेकिन देवनानी से नहीं करेगी। कार्यकर्ताओं की माने तो भदेल का यहां तक कहना है कि यदि मैंने किसी शिक्षक के लिए देवनानी को पत्र लिख दिया तो ऐसा शिक्षक या तो सस्पेंड हो जाएगा या फिर उसका तबादला जैसलमेर-बाड़मेर हो जाएगा। कमोबेस यही स्थिति देवनानी की अनिता भदेल के विभागों को लेकर है। देवनानी ने भी महिला एवं बाल विकास विभाग के संबंध में कोई पत्र अनिता भदेल को नहीं लिखा है। इसके बावजूद भी देवनानी और भदेल का दावा है कि राजनीति में महिलाओं का सम्मान है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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