Saturday 23 May 2015

जयपुर ही नहीं राजस्थान भर में उखाड़े जाएं मुकेश अम्बानी के 4जी टावर

राजस्थान हाईकोर्ट के सीजे सुनील अम्बवानी और जस्टिस अजीत सिंह ने 22 मई को एक जनहित याचिका पर आदेश दिया है कि जयपुर शहर में बिना अनुमति और नियमों के विरुद्ध जो 4जी के टावर लगे हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से उखाड़ फैंका जाए। हाईकोर्ट ने जो इतना सख्त रूख अपनाया उसके पीछे एक कारण यह भी था कि 4जी का एक टावर सीजे सुनील अम्बवानी के सरकारी घर के सामने खड़ा हो गया। इसीलिए कोर्ट ने कहा कि हिम्मत हो तो सीएम और गर्वनर के घर के बाहर भी मोबाईल टावर खड़े करो। सवाल यह नहीं है कि जयपुर में 4जी के टावर नियमों के विरुद्ध और बिना अनुमति के खड़े हो गए हैं। सवाल यह है कि इतनी हिम्मत किसमें है जो चीफ जस्टिस के घर के सामने न केवल रेडियेशन उगलने वाला टावर लगाए बल्कि टावर की निगरानी के लिए सी.सी. टीवी कैमरा भी लगा दे। इतनी हिम्मत तो वही कम्पनी कर सकती है जिसका मालिक देश की सरकार चलाने का दावा करता है। सब जानते हैं कि राजस्थान में 4जी मोबाईल का काम रिलायंस कंपनी के मालिक मुकेश अम्बानी को मिला है। जब मुकेश अम्बानी देश के पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ विदेश यात्राओं में जाएंगे और मोदी जब मुकेश अम्बानी की पत्नी नीता अम्बानी को सार्वजनिक मंच से अपनी बहन कहेंगे तो फिर राजस्थान में भाजपा के शासन में किसकी हिम्मत है जो अम्बानी के टावरों को लगने से रोक सके। यह मुकेश अम्बानी का ही दमखम है कि पूरे राजस्थान में जहां मर्जी हुआ वहां 4जी का टावर लगा दिया। निजी मकानों, सार्वजनिक स्थलों, फुटपाथ, सड़क, चौराहा आदि सभी जगह बिना किसी अनुमति के टावर लगाए गए हैं। सीएम वसुंधरा राजे की सरकार ने मुकेश अम्बानी को बिना अनुमति के टावर लगाने की छूट दे रखी है। राजे की सरकार ने एक आदेश जारी कर कहा कि रिलायंस कंपनी को संबंधित निकाय संस्थान में एक पत्र देकर सिर्फ यह बताना है कि टावर कहां लगाया जा रहा है। इस पत्र के बाद रिलायंस को कोई अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। यही वजह रही कि मुकेश अम्बानी ने सीजे सुनील अम्बवानी के घर के सामने ही टावर खड़ा कर दिया। यह हाल सिर्फ जयपुर का नहीं बल्कि प्रदेश भर का है। क्षेत्रवासी चीख-चीख कर कह रहे हैं कि 4जी के टावर से जो रेडियेशन होगा उससे कैंसर जैसा जानलेवा रोग भी हो सकता है लेकिन प्रदेश भर में लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है। स्थानीय निकाय के ईओ से लेकर सरकार के चीफ सैकेट्री तक आंख पर पट्टी बांधे बैठे हैं। हाईकोर्ट को जयपुर के साथ-साथ प्रदेश भर में क्षेत्रवासियों के विरोध के बाद लगे 4जी के टावर भी हटवाने चाहिए। अन्यथा यही संदेश जाएगा कि सीजे अम्बवानी के घर के बाहर लगे टावर के लिए ही जयपुर के टावर हटवाए जाएंगे। सीजे अम्बवानी और एक आम व्यक्ति के घर के सामने लगे टावर में कोई भेद नहीं होना चाहिए।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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