Saturday 23 May 2015

काश! पुष्कर में पहले आ जाती सीएम

माना जाता है कि सरकारी मशीनरी तभी काम करती है जब अफसरों के सिर पर डंडा पड़े। ऐसा ही कुछ पवित्र तीर्थस्थल पुष्कर में हुआ। पुष्कर सरोवर की दुर्दशा पर पुष्कर के नागरिक खासकर युवा वर्ग पिछले कई दिनों से विरोध कर रहा था। युवाओं ने 24 मई को सरोवर के फीडर की सफाई की भी घोषणा की लेकिन अजमेर विकास प्राधिकरण के अफसरों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी, लेकिन दो दिन पहले जैसे ही यह खबर आई कि सीएम वसुंधरा राजे 29 मई को पुष्कर आ रही है तो प्राधिकरण के अधिकारी पुष्कर में विरोध शांत करने में लग गए। रातोंरात शार्ट टर्म टेंडर निकाला गया और 17 लाख 85 हजार रुपए की राशि सरोवर के फीडरों की सफाई और मरम्मत के लिए घोषित कर दी। इतना ही नहीं 24 मई के अभियान को कमजोर करने के लिए सरोवर के किनारे वाले फीडर की सफाई भी चुपचाप करवा दी। असल में प्राधिकरण के अफसर नहीं चाहते है कि सीएम के साथ ही पुष्कर के लोग सरोवर की दुर्दशा पर नाराजगी जताएं। प्राधिकरण ने जो टेंडर जारी किया है उसका मकसद सिर्फ सीएम की पुष्कर यात्रा के दौरान शांति बनाए रखना है। टेंडर आगामी 5 जून को खोला जाएगा और ठेकेदार को अगले तीन माह में फीडर की सफाई और मरम्मत का काम करना है। कायदे से यह काम बरसात से पहले यानि 15 जून से पहले-पहले हो जाना चाहिए था लेकिन 6 जून से जो 3 माह का समय दिया जाएगा उसके हिसाब से 6 सितम्बर तक ठेकेदार काम कर सकता है। जबकि जुलाई, अगस्त सितम्बर ही बरसात के माह होते हैं। यानि फीडर की सफाई और मरम्मत का काम बरसात के दिनों में होगा। सवाल उठता है कि प्राधिकरण के अधिकारियों ने ठेका पहले जारी क्यों नहीं किया? साफ जाहिर है कि सीएम की यात्रा यानि सिर पर डंडा पडऩे के बाद ही होश आया है। यदि पुष्कर का युवा वर्ग 24 मई के सफाई अभियान की घोषणा नहीं करता तो प्राधिकरण के अधिकारी टेंडर भी जारी नहीं करते। प्राधिकरण के अधिकारी अब पुष्कर के उन युवाओं को पटाने में लगे हुए है जो सीएम के सामने नाराजगी जता सकते हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों को डर है कि यदि युवाओं ने नाराजगी जताई तो प्राधिकरण की पोल खुल जाएगी, लेनि इतना तो माना ही जा सकता है कि युवाओं ने जो जागरूकता दिखाई उसका असर प्राधिकरण पर हुआ। पुष्कर के निकट ऐतिहासिक बूढ़ा पुष्कर सरोवर के फीडर निर्माण के शिलान्यास के लिए ही सीएम 29 मई को पुष्कर आ रही है। बूढ़ा पुष्कर के संरक्षण का काम राजस्थान धरोहर एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत की देखरेख में हो रहा है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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