Sunday 31 May 2015

कारोबारी की तरह ही आए अमेरिकी और इंडियन

मुफ्त की नीयत से मार्बल लेने आर.के. पर पहुंचे
अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए यूएस इंडो बिजनेस  काउंसिल और फिक्की से जुड़े प्रतिनिधि कारोबारियों की तरह ही अजमेर आएं। दिखाने को इन कारोबारियों ने सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठकें भी की, लेकिन दौरे का मकसद कारोबार ही रहा। दिलचस्प बात यह है कि न्यूयार्क स्थित सीवी एसोसिएट के प्रतिनिधि तो किशनगढ़ स्थित आर के मार्बल संस्थान पर ही पहुंच गया। इस प्रतिनिधि को न्यूयार्क में बनने वाले अपने घर के लिए मार्बल चाहिए था। चूंकि यह प्रतिनिधि सरकारी स्तर पर आया था, इसलिए उम्मीद रही होगी कि आर के संस्थान के मालिक दानवीर अशोक पाटनी मुफ्त में मार्बल दे देंगे। संस्थान के कर्मचारियों ने जब इस अमरीकी कारोबारी को बताया कि 50 रुपए से लेकर 500 रुपए वर्ग फीट मूल्य का मार्बल उपलब्ध है तो इस कारोबारी ने अपने हाथ खींच लिए कहा, मुझे तो 70-75 रुपए वर्ग फीट वाला घटिया मार्बल चाहिए। इस कारोबारी की नीयत से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमेरिका के कैसे-कैसे कारोबारी अजमेर को स्मार्ट बनाएंगे। ऐसा नहीं कि अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल में ही मुफ्त की नीयत वाले कारोबारी शामिल थे, हमारे देश के कारोबारी भी कुछ ऐसी ही नीयत से अजमेर आए। इस प्रतिनिधि मंडल में रणधीर सिंह मंडावा भी शामिल थे। मंडावा प्रदेश की सीएम वसुंंधरा राजे के भरोसेमंद कारोबारी है। मंडावा उस संस्था से जुड़े हुए है जो देश के ऐतिहासिक भवनों को हैरिटेज घोषित करते हैं। ऐसी सम्पत्तियां निजी भी होती हैं। पुराने राजघरानों की टूटी-फूटी किसी ऐतिहासिक इमारत को यदि हैरिटेज मान लिया जाए तो उसकी कीमत रातोंरात बढ़ जाती है। मण्डावा ने अजमेर का दौरान अपने नजरिए से ही किया। मंडावा यहां मेयो शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित मेयो गल्र्स स्कूल की स्टेट एंड लीगल कमेटी के प्रमुख भी हैं। अमरीकी कारोबारियों के साथ सरकारी स्तर पर मंडावा का अजमेर आना खास महत्व रखता है।
अनूप भृतरिया बनाएंगे डिजाइन :
राजस्थान ही नहीं बल्कि देश के विख्यात आर्किटेक्ट अनूप भृतरिया अजमेर के लिए स्मार्ट सिटी का डिजाइन बनाएंगे। पिछले दिनों केन्द्रीय शहर विकास मंत्रालय ने अपनी 'हृदय योजनाÓ के अन्तर्गत देश में 12 शहरों को स्मार्ट बनाने के लिए आर्किटेक्ट संस्थानों से टेंडर आमंत्रित किए थे। इस प्रक्रिया में जयपुर के अनूप भृतरिया की स्काई लाइन बिल्ड वे प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ने भी भाग लिया। जयपुर के आधुनिक विकास में भृतरिया की खास भूमिका है। मल्टी स्टोरी और कम स्पेस में अच्छे निर्माण की तकनीक से भृतरिया ने अपनी योग्यता न केवल पूर्व सीएम अशोक गहलोत को दिखाई बल्कि वर्तमान सीएम वसुंधरा राजे को भी प्रभावित कर रखा है। जानकारों की माने तो सीएम राजे की सलाह पर ही भृतरिया ने टेंडर प्रक्रिया में भाग लिया। आने वाले दिनों में भृतरिया की कम्पनी के योग्य एवं अनुभवी इंजीनियर अजमेर आएंगे और स्मार्ट सिटी का मास्टर प्लान तैयार करेंगे।
डीसी की टीम हुई मायूस :
स्मार्ट सिटी के लिए अजमेर के संभागीय आयुक्त धर्मेन्द्र भटनागर ने विभिन्न समितियों का गठन कर शहर के जागरुक लोगों की टीम तैयार की थी। उसे 29-30 मई के यूएस इंडो बिजनेस काउंसिल और फिक्की के कारोबारियों के दौरे से मायूस होना पड़ा। इस टीम के सदस्यों को पुष्कर के निकट अनन्ता रिसोर्ट में तो बुलाया ही नहीं गया, लेकिन 30 मई को शहर के होटल मानसिंह में आमंत्रित किया गया। भटनागर ने अपनी टीम के सदस्यों से कहा कि वे अपनी फाइले आदि लेकर आएं और विदेशी प्रतिनिधियों को अब तक की तैयारियों से अवगत कराएं। टीम के सदस्य प्रेस की हुई यूनिफार्म और बगल में फाइल लेकर होटल मानसिंह पहुंच गए। सदस्य इस बात से उत्साहित थे कि उन्हें स्कीम के मुताबिक डीसी भटनागर की प्रशंसा करने का अवसर मिलेगा, लेकिन सदस्य न तो फाइल दिखा सके और न भटनागर की प्रशंसा कर सके। सदस्यों से कहा गया कि अमेरिकी प्रतिनिधियों को शाम तक जयपुर पहुंचना है,इसलिए आप लोग होटल मानसिंह का स्वादिष्ट खाना खाएं और मजे करें। डी.एल. त्रिपाठी, उमेश चौरसिया, प्रकाश जैन, कमलेन्द्र झा, पी. आर.राठी, संजय सेठी जैसे शहर के प्रतिष्ठित और अपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम करने वालों को हैरानी हुई, लेकिन डॉ.संदीप अवस्थी जैसे सदस्य इस बात से खुश थे कि उन्हें कम से कम विदेशी प्रतिनिधियों से मिलने का अवसर तो मिल गया। अब यह देखना है कि डीसी भटनागर ने अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की हैसियत से देशी-विदेशी कारोबारियों के दो दिन के दौरे पर कितने लाख रुपए प्राधिकरण के खर्च करवा दिए।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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