Friday 12 June 2015

तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर मंत्रियों में रार

अजमेर में देवनानी और सुरेन्द्र गोयल हुए आमने-सामने
प्रदेश के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर शुक्रवार को अजमेर में स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी और पंचायती राजमंत्री सुरेन्द्र गोयल आमने-सामने हो गए। तकरार के बाद देवनानी ने कहा कि अंतिम फैसला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी।
शुक्रवार को यहां जिला परिषद में पंचायती राज पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में सुरेन्द्र गोयल और देवनानी ने भी भाग लिया। इसी दौरान पत्रकारों ने दोनों मंत्रियों से तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले के बारे में सवाल किया। इस पर पंचायतीराज मंत्री गोयल ने दोहराया कि तबादले की सूची शिक्षा विभाग तैयार करेगा और पंचायतीराज विभाग उस सूची का अनुमोदन करेगा। गोयल ने स्पष्ट कहा कि मेरे विभाग के अनुमोदन के बिना तबादला सूची जारी नहीं हो सकती है। इस पर देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने पंचायतीराज व्यवस्था में संशोधन कर प्राथमिक स्कूलों को भी शिक्षा विभाग के अधीन कर दिया है। इसलिए तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले का काम भी उन्हीं के विभाग के पास आ गया है। तबादलों को लेकर एक नीति बनाई जा रही है। इस नीति के अनुरूप ही शिक्षकों से आवेदन मांगे जाएंगे। लेकिन तबादलों का अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ही करेंगी। देवनानी ने हंसते हुए कहा कि सुरेन्द्र गोयल भी साथी मंत्री हैं।
शुक्रवार को तबादलों को लेकर जिस प्रकार दोनों मंत्री आमने सामने हुए उससे प्रतीत होता है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर सरकार ने अभी तक भी काई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। सरकार ने भले ही प्राथमिक स्कूलों को पंचायतीराज से लेकर शिक्षा विभाग को सौंप दिया हो, लेकिन इन स्कूलों के शिक्षकों के तबादलों को लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है। गत कांग्रेस के शासन में भी तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के तबादले को लेकर विवाद रहा था। पंचायतीराज को सौंपे जाने के बाद भी तबादलों का काम जिला शिक्षा अधिकारी ही कर रहे थे।  भाजपा के शासन में भी एक बार फिर इन शिक्षकों के तबादलों को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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