Saturday 27 June 2015

मैडम पर क्यों खामोश हो गया ईटीवी


(spmittal.blogspot.in)

जो लोग ईटीवी का राजस्थान चैनल देखते हैं, उन्होंने देखा होगा कि पिछले कई दिनों से इस चैनल ने सीएम वसुंधरा राजे के समर्थन में प्रायोजित अभियान चलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने सूत्र के हवाले से यह भी ब्रेकिंग न्यूज चलाई गई कि अमित शाह ने कहा है कि राजस्थान में वसुंधरा राजे के अलावा सीएम का कोई दावेदार नजर नहीं आ रहा है। पिछले तीन-चार दिनों से दर्शकों को ऐसा लगा जैसे राजे के जाने का सबसे ज्यादा दर्द इस चैनल को ही है। हालांकि ऐसी रिर्पोटिंग ईटीवी कांग्रेस के शासन में तबके सीएम अशोक गहलोत के लिए भी करता था, लेकिन 27 जून को ईटीवी राजे की खबरों पर खामोश रहा। जिन लोगों ने 27 जून को ईटीवी देखा उन लोगों को इस बात पर आश्चर्य हो रहा था कि जो चैनल मैडम की पल-पल की खबर दे रहा था, वह चैनल आज खामोश कैसे हो गया। ऐसा नहीं कि सीएम राजे ने 27 जून को कोई गतिविधि ना की हो। राजे विशेष विमान से सुबह ही दिल्ली चली गई और वहां नीति योग की सब कमेटी की बैठक में भाग लेने के बाद दोपहर तक जयपुर भी लौट आई। ईटीवी पर सिर्फ नीति आयोग के भाग लेने की खबर तो प्रसारित हुई, लेकिन 27 जून को मैडम के समर्थन में वो कैम्पेन नहीं चलाया जो तीन-चार दिन से चल रहा था। ईटीवी की खामोशी से प्रतीत होता है कि ललित मोदी के प्रकरण में वसुंधरा राजे ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। उस बदलाव के अन्तर्गत ही ईटीवी को भी खामोश रहने का संदेश भिजवाया गया है। यदि खामोश रहने का आदेश नहीं मिलता तो ईटीवी 27 जून को भी दिन भर यह दावा करता रहता कि मैडम को कोई भी नहीं हटा सकता है। असल में 27 जून को ही राष्ट्रीय चैनलों पर यह खबर दिन भर चली कि ललित मोदी की दिवालिया कम्पनी से दुष्यंत सिंह की कम्पनी ने जो 11 करोड़ 23 लाख रुपए लिए है उसमें सीएम वसुंधरा राजे की भी हिस्सेदारी है। क्योंकि दुष्यंत ने 10 रुपए का जो शेयर 96 हजार रुपए में बेचा, उसमें से कई हजार शेयर वसुंधरा राजे के नाम थे। इससे यह साबित हो गया है कि ललित मोदी से राजे ने भी लाभ प्राप्त किया है।
दिल्ली में नहीं की मुलाकात
उम्मीद थी कि राजे 27 जून के दिल्ली प्रवास में ललित मोदी प्रकरण में भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं। 27 जून को अमित शाह भी दिल्ली में ही थे लेकिन राजे न तो शाह से और ना ही केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली, गृहमंत्री राजनाथ सिंह आदि से मुलाकात की। राजे ने सिर्फ नीति आयोग की बैठक में भाग लिया और तुरंत जयपुर लौट आई। माना जा रहा है कि राजे स्वयं ही ललित मोदी प्रकरण में कोई सफाई नहीं देना चाहती।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511

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