Wednesday 22 July 2015

भाजपा विधायक के जन्म दिन पर ठेकेदार विज्ञापन देगा तो भ्रष्टाचार कैसे मिटेगा?


(spmittal.blogspot.in)

सीएम से लेकर किरण माहेश्वरी तक के फोटो का इस्तेमाल।
सत्तारुढ़ भाजपा के विधायक शत्रुघ्न गौतम के जन्म दिन पर 22 जुलाई को हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अखबारों में पूरे पेज के विज्ञापन दिए हैं। इन विज्ञापनों पर लाखों रुपया पानी की तरह बहाया गया है। कंपनी के मालिक विधायक गौतम के न तो रिश्तेदार हैं और न ही विधायक के जन्म दिन पर उन्हें खुशी है। यह वही नागार्जुन कंपनी है, जिसके पास बीसलपुर पेयजल परियोजना की पाइप लाइन के रख रखाव का काम है। सरकार की ओर से कंपनी को रख रखाव के नाम पर प्रतिवर्ष करीब पांच करोड़ का मेहनताना मिलता है। इतना ही नहीं अभी हाल में विधायक गौतम की मेहरबानी से इसी कंपनी को केकड़ी में करीब दस करोड़ रुपए का काम मिला है। इस कंपनी पर कई बार आरोप लगे हैं कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने पर मरम्मत का कार्य शीघ्र नहीं होता, जिससे अजमेर जिले में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। कंपनी के बेईमान तौर-तरीकों के विरोध में ही पिछले दिनों जिला कलेक्टर डॉ. आरुषि मलिक ने राज्य सरकार को एक पत्र भी लिखा था। लेकिन ठेकेदार कंपनी को भी पता है कि कलेक्टर उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती है, क्योंकि सत्तारुढ़ पार्टी का विधायक उनकी जेब में है। कलेक्टर ने यदि सरकार में कोई शिकायत कर दी है तो कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि विधायक गौतम की वजह से जलदाय मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी से सीधा सम्पर्क है। यदि मंत्री और विधायक की मेहरबानी नहीं होती तो केकड़ी में दस करोड़ रुपए का ठेका कैसे मिलता? यही वजह है कि विधायक के जन्म दिन के विज्ञापन में विधायक का तो फुल साइज का फोटो है ही, साथ ही जलदाय मंत्री माहेश्वरी और प्रदेश की सीएम वसुंधरा राजे का फोटो भी लगा हुआ है। इतना ही नहीं क्षेत्रीय सांसद और केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री सांवरलाल जाट का फोटो भी लगाया गया है। विधायक के जन्म दिन के मौके पर कंपनी ने कलेक्टर को संकेत दे दिए हैं कि उनकी शिकायत कोई मायने नहीं रखती है। इसे ठेकेदार और सत्तारुढ़ पार्टी के नेताओं का गठजोड़ ही कहा जाएगा कि जिस कंपनी की शिकायत कलेक्टर ने की हो, वहीं कंपनी सीएम, मंत्री और विधायक पर लाखों रुपया खर्च कर रही है।
सवाल उठता है कि ऐसी स्थिति में भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा? विधायक के जन्म दिन पर जो लाखों रुपए खर्च किए हैं वह ठेकेदार अपनी जेब से तो नहीं देगा। स्वभाविक है कि सरकार के काम में घटिया सामग्री का उपयोग करेगा और कलेक्टर तक उसका बाल बांका नहीं कर सकेंगी, क्योंकि भ्रष्टाचार का पैसा विधायकों एवं मंत्रियों पर खर्च हो रहा है। केकड़ी की जनता ने गत विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस विधायक रघु शर्मा को इसलिए हराया था कि उन पर नागार्जुन कंपनी से सांठ-गांठ के आरोप थे। शर्मा के जन्म दिन पर भी यही कंपनी इसी तरह के विज्ञापन देती थी और भाजपा के शासन में भी भाजपा के विधायकों, मंत्रियों, सांसदों पर यही कंपनी लाखों रुपया खर्च कर रही है। असल में ठेकेदार को पता है कि विधायक, मंत्री कांग्रेस के हो या भाजपा के, बस खरीदने वाला चाहिए। भले ही अजमेर की जनता को पीने का पानी मिले या नहीं। इस ठेकेदार पर लगे बेईमानी के आरोपों की जांच न कांग्रेस राज में हुई और न अब भाजपा के शासन में होगी। कंपनी को पहले भाजपा वाले बेईमान कहते थे और अब कांग्रेस वाले। लेकिन कंपनी के मालिकों को सब पता है कि बेईमान कौन है। जहां तक जलदाय विभाग के अफसरों का सवाल है तो भ्रष्टाचार की बहती गंगा में वे हाथ ही नहीं धो रहे, बल्कि प्रतिमाह स्नान कर रहे हैं। कंपनी से कोई यह पूछने वाला नहीं है कि आखिर पांच करोड़ रुपए किस काम के लिए जा रहे हैं।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511

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