Sunday 19 July 2015

क्या वसुंधरा राजे से इस्तीफा ले लिया गया है।


(spmittal.blogspot.in)

दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद माहौल गर्म।
क्रिकेट के भस्मासुर ललित मोदी के साथ कारोबारी रिश्तों में फंसी राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे ने 19 जुलाई को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद राजनीतिक माहौल अचानक गर्म हो गया है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में वसुंधरा राजे का इस्तीफा लिखवा लिया गया है। इस्तीफा सार्वजनिक किया जाता है या नहीं, इसका निर्णय अमित शाह पर छोड़ दिया गया है। 21 जुलाई से संसद का वर्षाकालीन सत्र शुरू हो रहा है। कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि संसद में ललित मोदी और वसुंधरा राजे के कारोबारी रिश्तों को जोरशोर से उठाया जाएगा। कांग्रेस पहले से ही वसुंधरा के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हुई है। हो सकता है कि वसुंधरा के इस्तीफे की मांग पर संसद को भी न चलने दिया जाए। अमित शाह को एक कुशल और दूरगामी सोच वाला नेता माना जाता है। शाह को वसुंधरा के तौर तरीकों के बारे में भी पता है। हो सकता है कि जब भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस्तीफा चाहे तब वसुंधरा राजे देने से इंकार कर दे। ऐसे में हालात बिगडऩे से पहले ही समझदारी और सतर्कता दिखाते हुए वसुंधरा राजे का इस्तीफा लिखवा लिया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वसुंधरा राजे जब अमित शाह से मुलाकात कर बाहर निकली तो उनकी बॉडी लेंग्वेज बता रही थी कि मुलाकात नकारात्मक रही है। जानकारों की माने तो राजे को भी बार-बार यह भरोसा दिलाया गया कि आखरी दम तक उन्हें ही सीएम बनाए रखा जाएगा, लेकिन जब आग की लपटे भाजपा नेतृत्व और पीएम नरेन्द्र मोदी की ओर आने लगेगी तो फिर इस्तीफे का ऐलान हो सकता है। मुलाकात में कांग्रेस ने राजे पर अब तक जो भी आरोप लगाए उनके बारे में राजे ने विस्तार से अमित शाह को जानकारी दी। राजे ने कहा कि धौलपुर का महल उनके पति हेमन्त सिंह के परिवार की सम्पत्ति थी और इसी नाते हमारे पुत्र दुष्यंत सिंह को धौलपुर का महल हांसिल हुआ है। जहां तक ललित मोदी की कम्पनी से 11 करोड़ 23 लाख रुपए लेने का सवाल है तो इसकी ऐवज में दुष्यंत की कम्पनी ने शेयर बेचे हंै। राजे ने वो सब कागजात अमित शाह को दिखाए जिनसे पता चलता है कि कानूनन कोई गलत काम नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने यह जाना कि आखिर कांग्रेस इस मुद्दे को किस सीमा तक ले जा सकती है। सब परिस्थितियों को समझने के बाद एक कुशल राजनीतिज्ञ की तरह अमित शाह ने वसुंंधरा राजे को भरोसा दिलाया कि भाजपा संगठन वर्तमान परिस्थितियों में पूरी तरह आपके साथ है। शाह ने यह भी स्वीकार किया कि राजस्थान में आप के नेतृत्व में ही भाजपा को उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली है। राजे की हौसला अफजाई के लिए शाह ने यह भी कहा बताया कि राजस्थान में आप के अलावा कोई विकल्प नजर नहीं आता है। इस पर राजे ने भी दरियादिली दिखाते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय करेगा उसे वे सहर्ष स्वीकार करेंगी। राजे ने इन खबरों को पूरी तरह गलत बताया कि उनको हटाए जाने पर भाजपा विधायक दल में विभाजन हो जाएगा। शाम होते-होते एमपी के सीएम शिवराज सिंह ने व्यापमं घोटाले में अपनी सफाई अमितशा को दी। इन मुलाकातों के बाद ही कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने ऐलान कर दिया कि वसुंधरा और शिवराज के इस्तीफे पर ही संसद चल पाएगी। अब देखना है कि भाजपा नेतृत्व किस सीमा तक कांग्रेस के विरोध को झेलता है।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511

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