Wednesday 8 July 2015

जन्म दिन हो तो ऐसा


(spmittal.blogspot.in)

अपना जन्म दिन मना कर तो हर कोई खुश होता है, लेकिन असली खुशी तो तब मानी जानी चाहिए, जब आपके चाहने वाले आपका जन्म दिन मनाएं औरखुश हों।  कुछ इसी अंदाज में 8 जुलाई को दैनिक भास्कर के अजमेर संस्करण के सम्पादकीय प्रभारी डॉ. रमेश अग्रवाल का जन्म दिन मना। चूंकि अब सोशल मीडिया का जमाना है, इसलिए रमेश जी के जन्म दिन की सूचना सुबह से ही वायरल हो गई। रमेशजी अजयमेरु प्रेस क्लब के अध्यक्ष भी है, इसलिए क्लब सदस्यों ने भी जोरदार ढंग से जन्म दिन सेलीबे्रट किया। सदस्यों ने तो मालाओं से लादा ही साथ ही शहर के गणमान्य लोगों ने भी माला पहना कर रमेश जी की लम्बी उम्र की कामना की। जन्म दिन की वजह से ही दिन भर प्रेस क्लब में गर्मजोशी बनी रही। इसमें कोई दो राय नहीं कि अजयमेरु प्रेस क्लब को पुनर्जीवित करने में रमेश जी का ही योगदान रहा है। दूसरों के सुख से दु:खी होने वाले कुछ लोग कह सकते हैं कि भास्कर के सम्पादक की कुर्सी पर बैठे हैं, इसलिए इस तरह से जन्म दिन बना है, ऐसे लोगों को यह समझना चाहिए कि भास्कर के सम्पादक की कुर्सी पर तो इससे पहले भी कई पत्रकार बैठे और उनका जन्म दिन मनाया गया, लेकिन रमेश जी जैसा उत्साह नहीं देखा गया। असल में रमेश जी इसी अजमेर शहर के रहने वाले हैं और सामाजिक क्षेत्र में सकिय्र भूमिका निभाते हैं। ऐसे में पत्रकारिता से अलग भी उनके संबंध हैं और फिर यह रमेश जी की ही काबिलियत है कि भास्कर का सम्पादक रहते भी उन्होंने अपने संबंधों का दायरा बढ़ाया। यदि रमेश जी का अपना सद्व्यवहार नहीं हो तो भास्कर के सम्पादक की कुर्सी भी कोई मदद नहीं कर सकती है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि अगले वर्ष भी रमेश जी का जन्म दिन इस तरह मने और आज जिन लोगों ने उमंग और उत्साह दिखाया है, वे इसी तरह अगले वर्ष भी दिखाएं, चाहे रमेश जी भास्कर के सम्पादक की कुर्सी पर रहें या नहीं। क्योंकि रमेश जी एक सम्पादक ही नहीं, बल्कि एक संवेदनशील लेखक, कवि, धर्मप्रेमी, मददगार आदि गुणों वाले नेक इंसान हैं।
डॉ. रमेश अग्रवाल के जन्म दिन के जश्न का फोटो मेरे ब्लॉग (spmittal.blogspot.in) पर देखें।

(एस.पी. मित्तल) M-09829071511

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