Monday 6 July 2015

अजमेर के मेयर बाकोलिया की अब खुली है जुबान


(spmittal.blogspot.in)

अजमेर के मेयर कमल बाकोलिया पांच वर्ष तक तो चुप रहे और अब जब अगले माह नगर निगम के चुनाव होने हैं, तब बाकोलिया की जुबान खुली है।  6 जुलाई को हेरिटेज सिटी को लेकर जो बैठक हुई, उसमें बाकोलिया ने प्रशासन के हेरिटेज वॉक-वे निर्माण के प्रस्ताव का विरोध किया। बाकोलिया ने कहा कि सरकार जनता के धन का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने वॉक-वे की उपयोगिता से ही इंकार कर दिया। हो सकता है कि बाकोलिया सही बोल रहे हो, लेकिन सवाल उठता है कि बाकोलिया पांच वर्ष तक गूंगे रहकर चुप क्यों रहे। पांच वर्ष की अवधि में भी ऐसे कई काम हुए, जिनमें जनता के धन का दुरुपयोग हुआ। बाकोलिया गूंगे ही नहीं रहे, बल्कि शहर के विकास का भी कोई काम नहीं किया। बाकोलिया अब तक बोल रहे हैं, जब उन्हें एक डेढ़ माह बाद ही मेयर से हटना है। अच्छा होता कि मेयर अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में इस तरह का विरोध करते। अब जब प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो बाकोलिया कांग्रेस का मेयर होने के कारण विरोध जता रहे हैं। यह बात अलग है कि भाजपा के डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में भी बाकोलिया गूंगे ही बने रहे।
दो अफसरों को दिए मजिस्ट्रेट के अधिकार
जिला कलेक्टर आरुषि मलिक ने नगर निगम की उपायुक्त श्रीमती सीमा शर्मा और राजस्व अधिकारी गजेन्द्र सिंह रलावता को कार्य पालक मजिस्ट्रेट के अधिकार दे दिए हैं। अब जब निगम अतिक्रमण हटाने अथवा अवैध कॉम्प्लेक्सों को सीज करने की कार्यवाही करेगा तो ये दोनों अधिकारी कार्यपालक मजिस्ट्रेट की भूमिका निभाएंगे। इधर कलेक्टर ने श्रीमती शर्मा को मजिस्ट्रेट बनाया, उधर श्रीमती शर्मा आगामी 14 जुलाई तक उपार्जित अवकाश पर चली गई हैं। असल में श्रीमती शर्मा नगर निगम में कार्य करने की इच्छुक नहीं है। इस संबंध में उन्होंने राज्य सरकार को भी अवगत करा दिया है।
यादव और पारवानी जख्मी
अजमेर शहर भाजपा के अध्यक्ष अरविंद यादव और महामंत्री जयकिशन पारवानी 6 जुलाई को सड़क दुर्घटना में जख्मी हो गए हैं। नेहरू अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को घर भेज दिया गया। दुर्घटना तब हुई जब दोनों नेता स्कूटर पर श्रीनगर रोड स्थित होटल दाता-इन जा रहे थे। दोनों नेता अब अपने घरों पर आराम कर रहे हैं।
(एस.पी. मित्तल) M-09829071511

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