Wednesday 29 July 2015

समय बढ़ाने के विरोध में एक भी विद्यार्थी और अभिभावक नहीं आया


(spmittal.blogspot.in)

शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने कहा
अजमेर: सरकारी स्कूलों का समय बढ़ाने के संबंध में स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि उनके पास इसके विरोध में एक भी विद्यार्थी और अभिभावक नहीं आया है, विरोध सिर्फ शिक्षकों का है।
देवनानी ने कहा कि स्कूलों का समय बढ़ाने से विद्यार्थियों की संख्या भी सरकारी स्कूलों में बढ़ी है। आज विद्यार्थी और अभिभावक यह महसूस करने लगे है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई हो रही है। उन्होंने कहा कि जब विद्यार्थी पढऩा चाहता है तो फिर शिक्षिकों को पढ़ाने में एतराज नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में समय बढ़ाने के सरकार के निर्णय का प्रदेश भर में स्वागत हो रहा है। ऐसे में शिक्षकों को भी चाहिए कि वे सरकार की मंशा के अनुरूप काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय बढ़ाने को लेकर शिक्षक बेवजह आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की जायज मांगों का समाधान करने के लिए सरकार तैयार है, लेकिन शिक्षकों को ऐसा कोई आंदोलन नहीं करना चाहिए जो विद्यार्थियों और अभिभावकों के खिलाफ हो। शिक्षकों का भी यह प्रयास हो कि सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़े। उन्होंने कहा कि सवाल यह नहीं है कि सरकार शिक्षकों को वेतन देती है। अहम सवाल यह है कि हमें विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देनी है। उन्होंने कहा कि एक प्राइवेट स्कूल के मुकाबले सरकारी स्कूल के शिक्षक को न केवल ज्यादा वेतन मिलता है, बल्कि स्कूल में सुविधाएं भी अधिक होती है। ऐसे में शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ अध्यापन का कार्य करें। जब विद्यार्थी स्कूल में पढऩा चाहता है तो फिर शिक्षकों को एतराज क्यों है।
(एस.पी. मित्तल)M-09829071511

No comments:

Post a Comment