Sunday 9 August 2015

वसुंधरा को हटाने के मूड में नहीं है पीएम मोदी। बिहार में की तारीफ

राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग को लेकर भले ही गत 21 जुलाई से संसद ठप पड़ी हो लेकिन पीएम नरेन्द्र मोदी राजे को हटाने के मूड में नहीं है। मोदी ने 9 अगस्त को बिहार के चुनाव प्रचार का शुभारंभ करते हुए एक जनसभा में कहा कि राजस्थान की गिनती बीमारू प्रदेश में होती थी लेकिन वसुंधरा राजे ने भाजपा की सरकार का मुख्यमंत्री रहते हुए डेढ़ वर्ष में राजस्थान को बीमारू प्रदेश की सूची से बाहर कर दिया है। मोदी ने जनसभा में लोगों से पूछा कि क्या आप भी राजस्थान की तरह बिहार को बीमारू प्रदेश की सूची से बाहर निकालना चाहते है। मोदी ने कहा कि इसके लिए आप को बिहार में भाजपा की सरकार चुननी होगी। यानि बिहार में पीएम मोदी वसुंधरा राजे की सफलता का उदाहरण दे रहे है। जब पीएम वसुंधरा राजे को आगे रख कर बिहार में भाजपा की सरकार बचाना चाहते है तो फिर कांग्रेंस की मांग पर राजे को सीएम के पद से कैसे हटा सकते है। मोदी के इस रूख से विपक्ष को खास कर कांग्रेस को सुषमा स्वराज के इस्तीफे की बात तो भूल ही जानी चाहिए। सब जानते है कि सुषमा के मुकाबले वसुंधरा पर लगे आरोप गंभीर है। वसुंधरा और क्रिकेट के भस्मासुर ललित मोदी के बीच तो व्यापारिक रिश्ते है। राजे और उनके पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह की कम्पनी ने दस रुपए वाला शेयर 96 हजार रुपए में ललित मोदी की कम्पनी को बेचा है। इसकी एवज में दुष्यंत की कम्पनी ने 11 करोड़ 23 लाख रुपए प्राप्त किए लेकिन पीएम मोदी को लगता है कि राजे ने ललित मोदी के साथ देश के नियमों के तहत कारोबार किया है। इसलिए कांग्रेस की मांग पर राजे से इस्तीफा नहीं लिया जा सकता। कांग्रेस भले ही मानसून सत्र के बाद होने वाले शीतकालीन सत्र में भी संसद को ठप रखे। असल में पीएम मोदी की हिम्मत की वजह से ही राजे ने भी कांग्रेस पर दो बड़े हमले किए है। विगत दिनों राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह ने धौलपुर की अदालत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया था। बीकानेर में भी सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा को जमीन बेचने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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