Tuesday 22 September 2015

नेता हो तो रामचन्द्र चौधरी जैसा।

पांचवीं बार बने अजमेर डेयरी के अध्यक्ष
मारकाट के इस दौर में जब राजनीति करना बेहद मुश्किल हो रहा है, तब रामचन्द्र चौधरी का पांचवीं बार अजमेर डेयरी का अध्यक्ष बनना मायने रखता है। 22 सितम्बर को चौधरी निर्विरोध अध्यक्ष बने। इसे चौधरी की राजनीतिक कुशलता ही कहा जाएगा कि भाजपा और कांग्रेस ने मैदान खाली छोड़ दिया। या यंू कहा जाए कि चौधरी ने डेयरी के चुनावी मैदान में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को प्रवेश ही नहीं करने दिया। डेयरी का पूरा चुनाव एक तरफा रहा। चौधरी के इशारे पर ही पहले जिले भर की कोई 500 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के अध्यक्षों का चयन हुआ और फिर समितियों की दूध संकलन क्षमता के अनुरूप करीब 150 समितियों को संचालक मंडल के चुनाव के लिए पात्र घोषित किया गया। चौधरी के प्रयासों से ही संचालक मंडल के 12 सदस्यों का चुनाव भी निर्विरोध हुआ। इसमें कोई दो राय नहीं की चौधरी ने जिले के दूधियों के विकास के लिए अनेक महत्त्वपूर्ण कार्य किए हैं। चौधरी जहां दूधियों में लोकप्रिय है, वहीं दूध की गुणवत्ता का भी ख्याल रखकर उपभोक्ताओं का भी भरोसा जीता है।
पायलट को दी चुनौती:
चौधरी पूर्व में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे। कांग्रेस में रहते हुए ही चौधरी का प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पायलट से खुला विवाद हो गया। चौधरी ने पायलट को राजनीतिक चुनौती दी। गत विधानसभा चुनाव में चौधरी ने भाजपा का खुला समर्थन किया और फिर लोकसभा हरवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने पूरा मैदान चौधरी के लिए खाली छोड़ दिया। पायलट भी प्रदेश अध्यक्ष होते हुए भी चौधरी का विरोध करने की स्थिति में नहीं दिखे। हालांकि पायलट चाहते थे कि डेयरी चुनाव में कांग्रेस के नेता चौधरी के खिलाफ सक्रिय हो, लेकिन कांग्रेस के एक मात्र विधायक रामनारायण गुर्जर और देहात कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाथूराम सिनोदिया ने पूरे चुनाव में कोई रुचि नहीं दिखाई। कांग्रेस के पूर्व विधायकों और मंत्रियों की तो चौधरी का विरोध करने की हिम्मत ही नहीं हुई। चौधरी का निर्विरोध अध्यक्ष बनना भी कांग्रेस और पायलट के लिए शर्मनाक है। वह भी तब जब अजमेर पायलट का निर्वाचन क्षेत्र रहा है।
जाट की भूमिका:
चौधरी का अजमेर डेयरी में झंडा बुलंद करवाने में क्षेत्रीय सांसद और केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री सांवरलाल जाट की भूमिका महत्त्वपूर्ण रही है। जाट की वजह से ही भाजपा के किसी भी नेता ने चौधरी का विरोध नहीं किया। भाजपा के सभी विधायकों ने भी चौधरी के पक्ष में ही भूमिका निभाई।
सीएम का आभार:
अध्यक्ष बनने के बाद चौधरी ने सीएम वसुंधरा राजे का आभार जताया है। चौधरी ने कहा कि सीएम ने जो सहयोग दिया है, उसी की वजह से निर्विरोध अध्यक्ष बना हंू। उन्होंने कहा कि अब मैं जयपुर जाकर सीएम राजे से मुलाकात करुंगा। चौधरी डेयरियों के राज्य संघ के अध्यक्ष के पद पर भी नजर लगाए हुए हैं।
भाजपा को मिलेगी मजबूती:
चौधरी की वजह से अजमेर में खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा को मजबूती मिलेगी। डेयरी के क्षेत्र में चौधरी का कितना दबदबा है। इसका अंदाजा इसी से लगता है कि प्रदेश में किसी भी राजनीतिक दल का शासन हो, लेकिन डेयरी का अध्यक्ष चौधरी ही बनते हैं। कई बार तो सरकार को चुनौती देकर चौधरी ने डेयरी अध्यक्ष का पद हासिल किया है। इस बार तो चौधरी को भाजपा सरकार का समर्थन ही था।
एमडी ने किया स्वागत:
निर्वाचन के बाद डेयरी स्टाफ की ओर से एमडी गुलाब भाटिया ने चौधरी का स्वागत किया। भाटिया ने कहा कि चौधरी दुग्ध उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच जो तालमेल बिठाते है उसी का परिणाम है कि आज अजमेर डेयरी राजस्थान में सर्वश्रेष्ठ है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ललित भाटी, भाजपा के वरिष्ठ नेता भंवरसिंह पलाड़ा आदि भी उपस्थित थे।

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