Thursday 22 October 2015

आखिर कौन दे रहा है बार-बार ख्वाजा साहब की दरगाह में धमाकों की धमकी 21 अक्टूबर को एक बार फिर


 अजमेर जिला प्रशासन के उस समय हाथ-पांव फूल गए, जब यहां विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में बम धमाके करने की धमकी मिली। धमकी मिलते ही जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारी दरगाह में पहुंचे और चप्पे-चप्पे की जांच की। विशाल दरगाह परिसर में कोई विस्फोटक सामग्री नहीं है, यह सुनिश्चित करने के बाद अधिकारियों ने चेन की सांस ली। पिछले एक माह में यह दूसरा अवसर है, जब दरगाह में बम धमाके करने की धमकी दी गई है। खास बात यह है कि दोनों ही बार धमकी ऐसे मौके पर दी गई, जब दरगाह में सामान्य दिनों से ज्यादा जायरीन उपस्थित रहते है। इस बार दरगाह में मोहर्रम के अवसर पर जायरीन की भीड़ ज्यादा है। मोहर्रम में जियारत का खास धार्मिक महत्त्व होता है, इसलिए देश भर से जायरीन दरगाह में आए हुए हैं।  यही वजह है कि दरगाह के अंदर और आसपास के क्षेत्र में पैर रखने की भी जगह नहीं है। मोहर्रम के मेले को मिनी उर्स कहा जाता है। यानि जिस किसी भी व्यक्ति ने धमकी दी है, उसने सोच समझकर फैसला किया है। इससे पहले भी ईद के मौके पर दरगाह में धमाके करने की धमकी दी गई थी। पहली बार की धमकी को प्रशासन ने बेहद ही गंभीरता से लिया और सम्पूर्ण दरगाह परिसर को खाली करवाया। तब दरगाह से जुड़े मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भी प्रशासन को पूरा सहयोग दिया। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर बार-बार धमकी क्यों दी जा रही है। कौन से ऐसे तत्व हैं जो दरगाह की आड़ में देश का माहौल खराब करना चाहते हैं। सब जानते हैं कि मुस्लिम समुदाय में ख्वाजा साहब की दरगाह का खास महत्त्व है। यहां होने वाली घटनाओं का असर भारत में ही नहीं बल्कि पड़ौसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान आदि के साथ-साथ दुनिया भर के मुस्लिम देशों पर पड़ेगा। इसलिए एक सुनियोजित योजना के अंतर्गत मुसलमानों के खास धार्मिक अवसरों पर ही दरगाह में धमाकों की धमकी दी जा रही है। आमतौर पर शरारती तत्व ऐसी धमकियां अन्य सार्वजनिक स्थलों के बारे में भी देते रहते हैं। लेकिन जब दरगाह को लेकर कोई धमकी मिलती है तो मामला कुछ ज्यादा ही संवेदनशील हो जाता है। 21 अक्टूबर को जो जिला एवं पुलिस के अधिकारी मोहर्रम के जुलूस की तैयारियों में लगे हुए थे, उहोंने तैयारियों का काम बीच में ही छोड़कर दरगाह में उपस्थिति दर्ज करवाई। हाथों-हाथ बड़ी संख्या में पुलिस बल भी दरगाह भेजा गया। 
मामून अली गिरफ्तार
गत बार ईद के अवसर पर दरगाह में धमाके को लेकर जो धमकी मिली। उस मामले में पुलिस ने कोलकाता से मामून अली नामक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मामून अली ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर धमाके की धमकी दी थी। अब मामून अली को कोलकाता से अजमेर लाया जा रहा है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर मामून अली ने किस नीयत से दरगाह में धमाके की धमकी दी। पुलिस मामून अली की पृष्ठभूमि की जानकारी भी पंश्चिम बंगाल पुलिस से ले रही है। 
तकरीर पर भी तकरार
विगत दिनों मोहर्रम के अवसर पर होने वाली धार्मिक तकरीर को लेकर भी दरगाह में तानव के हालात हो गए थे। हालात इतने बिगड़े की हैदराबाद से तकरीर करने आए मौलाना बशीर उलकादरी के साथ दरगाह में मारपीट हो गई। दरगाह के अंदर होने वाली छोटी से छोटी गतिविधि का असर अजमेर शहर पर भी पड़ता है। (एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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