Sunday 18 October 2015

ग्रामीण विकास में भी एकल विद्यालय की खास भूमिका

विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय सहमंत्री और एकल विद्यालय के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग लाल बागड़ा ने कहा कि ग्रामीण विकास में एकल विद्यालयों की खास भूमिका हो गई है। वर्तमान में देश भर में 52 हजार से भी ज्यादा एकल विद्यालय संचालित है। 18 अक्टूबर को अजमेर में विहिप के कार्यालय में अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए बागड़ा ने कहा कि एकल विद्यालय प्राचार्य घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाता ही नहीं बल्कि घर-परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की देखभाल भी करता है। इसके साथ ही ग्रामीणों को जैविक खेती के बारे में जानकारी भी दी जाती है। उन्होंने कहा कि अब दुनिया भर के कृषि वैज्ञानिक भी मानते है कि गौमूत्र से तैयार खाद खेती के लिए बहुत लाभदायक होती है। इस खाद से जहां पैदावार बढ़ती है वहीं किस्म में सुधार होता है। एकल विद्यालय प्राचार्य गौमूत्र से खाद बनाने की तकनीकी भी ग्रामीणों को बताता है। इसके अतिरिक्त गांव में धार्मिक माहौल बनाने के लिए सत्संग के आयोजन भी करवाए जा रहे है। बागड़ा ने कहा कि आज सबसे बड़ी समस्या ग्रामीणों का शहरों की ओर पलायन करना है। यदि ग्रामीण क्षेत्रों में ही रोजगार के साथ-साथ शहरी सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाए तो पलायन रूक सकता है। एकल विद्यालय अभियान का यह भी प्रयास है कि गांव से पलायन रूके।
शिक्षित होना जरूरी - उमा शंकर
विहिप के केन्द्रीय मंत्री उमा शंकर शर्मा ने बैठक में कहा कि हर व्यक्ति को शिक्षित होना जरूरी है। ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी की वजह से कई बच्चें स्कूल में पढऩे नहीं जा पाते है। हालांकि सरकारी स्कूलों में गरीब बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाने की सुविधा है, लेकिन इसके बाद भी घर परिवार की परिस्थितियों की वजह से बच्चें स्कूल नहीं जाते है। ऐसे में एकल विद्यालय का प्राचार्य घर के आसपास ही विद्यार्थियों को एकत्र कर बच्चों को शिक्षित करता है। उन्होंने कहा कि यदि ग्रामीण क्षेत्र में भी शिक्षा का प्रचार प्रसार तेजी से हो तो अनेक समस्याओं का समाधान हो सकता है। शर्मा ने अजमेर में एकल विद्यालय के कामकाज की प्रशंसा की। बैठक में विहिप के केन्द्रीय सहमंत्री आनंद गोयल, जयपुर अंचल के प्रभारी मोहनलाल, विहिप के जिलाध्यक्ष आनंद अरोड़ा आदि ने भी विचार प्रकट किए। अजमेर अंचल के प्रभारी सुभाष काबरा ने अभियान की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। जिला सचिव चिरंजीलाल शर्मा ने सभी का आभार प्रकट किया।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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