Sunday 15 November 2015

पेरिस पर आईएस का हमला इस्लाम विरोधी



ख्वाजा साहब की दरगाह के सदर ने की निंदा
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की विश्व प्रसिद्ध दरगाह की प्रबंध कमेटी के सदर असरार अहमद खान ने फ्रांस के शहर पेरिस पर हुए आईएस के आंतकी हमलों को इस्लाम विरोधी करार दिया है। खान ने अपने एक बयान में कहा कि इस्माल में हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं है और पेरिस का हमला गैर इस्लामी है। सूफी संत ख्वाजा साहब ने इंसानियत और भाईचारे का पैगाम दिया वह ही इस्लाम का मूल सिद्धांत है। असरार ने कहा कि आईएस जैसा संगठन आतंक फैलाकर इस्लाम की गलत तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है। ऐसा लगता है कि यह एक षडय़ंत्र के तहत किया जा रहा है। दुनिया के मुसलमानों को आतंकवादियों और चरमपंथियों के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। मुसलमानों को उन तत्वों से सावधान रहना चाहिए जो पवित्र कुरान की गलत व्याख्या करते है। ऐसे माहौल में इमामों और मुस्लिम धार्मिक गुरुओं व विद्वानों की सकारात्मक भूमिका सामने आनी चाहिए। आईएस ने पेरिस में ऐसे लोगों की हत्या की जो  निर्दाेष थे। सीरिया में पीडि़त मुसलमान यूरोप के अनेक देशों में शरण ले रहे थे लेकिन आईएस ने पेरिस पर हमला कर यूरोप के देशों के दरवाजे बंद करने की साजिश की है। जो देश आईएस की मदद कर रहे है उन्हें ऐसी मदद को तत्काल बंद करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि आईएस जैसे आतंकी संगठन को अमरीका और इजरायल की नीतियों ने ही बढ़ावा दिया है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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