Wednesday 18 November 2015

पुष्कर मेले में आरती भी इवेंट कम्पनी करवाएगी तीर्थ पुरोहितों का विरोध दरकिनार



हिन्दुओं के तीर्थस्थल पुष्कर के कार्तिक मेले के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब मेले के दौरान सरोवर के किनारे आरती भी इवेन्ट कम्पनी करवाएगी। राजस्थान की भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इफेक्टर नामक इवेंट कंपनी को आरती सहित अन्य आयोजनों के लिए 70 लाख रुपए दिए है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पुष्कर में 5 दिवसीय धार्मिक आयोजन प्रतिवर्ष होते है। इस बार भी 19 नवम्बर से आयोजनों की शुरूआत होगी, जो 24 नवम्बर को पूर्णिमा स्नान के साथ समाप्त होंगे। पुष्कर मेले में आरती आयोजन तीर्थ पुरोहित ही करते है, लेकिन इस बार इफेक्टर नामक कम्पनी पुष्कर के घाटों पर आरती के इंतजाम करेगी। कम्पनी में आरती के आयोजन को देखने के लिए 22 नवम्बर को मुख्यमंत्री राजे स्वयं पुष्कर आएगी। घाट पर कम्पनी द्वारा आरती के आयोजन का तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया था लेकिन सरकार ने पुरोहितों के विरोध का दरकिनार कर दिया। हालांकि पुरोहितों ने इसे धार्मिक कार्यो में हस्तक्षेप माना है। असल में इस बार जिला प्रशासन भी इफेक्टर कम्पनी के सामने नतमस्तक है, चूंकि इस कम्पनी का चयन मुख्यमंत्री सचिवालय के स्तर पर हुआ है इसलिए प्रशासन के किसी भी अधिकारी की हिम्मत कम्पनी के कामकाज में दखल देने की नहीं है। जानकारों की माने तो अजमेर के प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी और जिला कलेक्टर डॉ. आरू षी मलिक को भी यह नहीं पता कि पांच दिवसीय मेले में क्या कार्यक्रम होंगे तथा उनकी क्या तैयारियां चल रही है। औपचारिकता के लिए देवनानी ने मेले से पहले एक बैठक ली थी और कलेक्टर मेला क्षेत्र में इधर-उधर घूमकर टाइम पास कर रही है। कम्पनी के अधिकारी पुलिस को सिर्फ यह बता रहे है कि मेला क्षेत्र में किस स्थान पर कार्यक्रम होगा ताकि सुरक्षा के इंतजाम किए जाए। कार्यक्रम में क्या होगा अथवा क्या प्रस्तुतियां दी जाएगी इसकी जानकारी किसी को नहीं दी जा रही है। जिस मेला मैदान पर जिला कलेक्टर की तूती बोलती थी उस मैदान पर कम्पनी की सीईओ का डण्डा चल रहा है। मेला मैदान पर शाम के समय जो सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम होते थे उनकी जगह अब कम्पनी के कलाकार प्रस्तुति देंगे। गंभीर बात यह है कि मेला मैदान पर एक हजार रुपए प्रवेश शुल्क रख दिया गया है। एक हजार रुपए का शुल्क कम्पनी ने अपने स्तर पर निर्धारित किया है। ई-फेक्टर की तरह एक और कम्पनी टीमवर्क को भी मेले के आयोजनों का ठेका दिया गया है। सूत्रों के अनुसार इस कम्पनी को ढाई करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। यह कम्पनी पुष्कर के निकट रेतीले भू-भाग में पशुपालकों के लिए कार्यक्रम प्रस्तुत करेगी। इसके अतिरिक्त कैलाश खेर जैसे सूफी गायकों को बुलाकर कार्यक्रम करवाए जाएंगे।
प्रशासन को राहत :
जिस तरह इवेंट कम्पनियों को ठेका दिया गया है उससे इस बार प्रशासन को राहत मिली है। पूर्व में मेले की व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी उद्योगपतियों और व्यापारियों से दान एकत्रित करते थे। मेले के आयोजन के लिए राज्य सरकार कोई अतिरिक्त बजट नहीं देती थी लेकिन इवेंट कंपनी को करोड़ों रुपए का भुगतान करने में वसुंधरा सरकार ने कोई कंजूसी नहीं दिखाई है। इस बार प्रशासन को दान के लिए उद्योगपतियों के आगे झोली नहीं फैलानी पड़ी। सूत्रों की माने तो सीएम राजे जिले के भाजपा नेताओं, मंत्रियों, विधायकों अथवा प्रशासनिक अधिकारियों के बुलावे पर नहीं आ रही बल्कि इवेंट कंपनियों के आग्रह पर पुष्कर मेले में आ रही है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511

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