Sunday 6 December 2015

प्रभारी मंत्री देवनानी ने भी नहीं माना बल्दुआ को ब्यावर भाजपा का अध्यक्ष।



अजमेर जिले के ब्यावर उपखंड के भाजपा विधायक शंकरसिंह रावत भले ही अपने खास समर्थक जयकिशन बल्दुआ को ही अध्यक्ष बनाने की जिद्द कर रहे हों, लेकिन 6 दिसम्बर को प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी बल्दुआ को ब्यावर का अध्यक्ष नहीं माना। हुआ कि राज्य की भाजपा सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर 13 दिसम्बर को जयपुर में होने वाले समारोह में भीड़ ले जाने के लिए देवनानी ने एक बैठक ली। चूंकि बैठक की जिम्मेदारी विधायक रावत के पास ही थी, इसलिए रावत ने बैठक को अपने सेन्दड़ा रोड स्थित आवास पर रख लिया। लेकिन बैठक शुरू होते ही भाजपा के अनेक कार्यकर्ता भड़क उठे। असल में बैठक में उपस्थिति रजिस्टर में लिखा था कि बैठक मंडल अध्यक्ष जयकिशन बल्दुआ की अध्यक्षता में हो रही है। नाराज कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व ने मुरली तिलोकानी को ही अध्यक्ष बना रखा है। ऐसे में बल्दुआ को अध्यक्ष कैसे माना जा सकता है। स्वयं तिलोकानी ने भी प्रभारी मंत्री देवनानी के सामने नाराजगी जताई। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखते हुए देवनानी ने जयकिशन बल्दुआ का नाम काट कर शंकरसिंह रावत का नाम लिख दिया। यानि अब बैठक विधायक की अध्यक्षता में हो रही है। देवनानी के ऐसे दखल के बाद ही बैठक में शांति हुई।
देवनानी का स्वागत :
बैठक समाप्ति के बाद युवा मोर्चे के अध्यक्ष मनीष बुरड़ के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने देवनानी का स्वागत किया। बुरड़ ने कहा कि देवनानी ने शिक्षामंत्री होने के नाते पाठ्य पुस्तकों में महाराणा प्रताप की जीवनी को शामिल करवाया है।

(एस.पी. मित्तल)
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