Saturday 26 December 2015

साथ जीने और मरने वालों की चिता भी एक बनी



26 दिसम्बर को अजमेर जिले के केकड़ी कस्बे के निकटवर्ती गांव बोगला का माहौल उस समय गमगीन हो गया जब एक ही चिता पर दो युवकों के शवों को रखा गया। ग्रामीणों ने आंसू टपकाते हुए शवों को अग्नि को समर्पित किया। इस गमगीन मौके पर केकड़ी के विधायक शत्रुध्न गौतम भी उपस्थित रहे। गौतम ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि सरकार की ओर से जो भी मदद होगी वह दिलवाई जाएगी। दोनों मृतकों की दोस्ती को देखते हुए ही गांव वालों ने एक ही चिता पर अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया। युवक बलभद्र शर्मा और प्रेमराज जाट प्रगाढ दोस्त थे। 25 दिसम्बर रात को जब दोनों युवक बाइक पर अपने गांव लौट रहे थे तब अजमेर-कोटा राजमार्ग पर खारी नदी की पुलिया पर बाइक एक ट्रक से टकरा गई। भिड़ंत इतनी तेज थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। यानि बलभद्र और प्रेमराज एक साथ जिए और एक साथ ही मरे। इस स्थिति को देखते हुए ही गांव वालों ने भारी मन से एक चिता बनाई और दोनों के शवों को अग्नि को समर्पित किया। दो युवकों का एक चिता की घटना संपूर्ण केकड़ी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
(एस.पी. मित्तल)
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