Tuesday 26 January 2016

आसान नहीं रहा 1000 नम्बर के ब्लॉग तक पहुचना। सबका शुक्रिया।


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इसे एक संयोग ही कहा जाएगा कि मेरा 1000वां ब्लॉग देश के गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2016 को आ रहा है। मैं अपने इस ब्लॉग को देश के जवानों को समर्पित कर रहा हंू। जो जवान देश की रक्षा के खातिर शहीद हुए हैं। उनके माता-पिता और अन्य परिजन के चरणों में भी यह ब्लॉग रखा जा रहा है।
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मेरा यह ब्लॉग 1000 नम्बर वाला है। इस ब्लॉक को लिखते हुए मुझे बेहद खुशी और संतोष है, लेकिन इसके साथ ही आने वाला समय बेहद चुनौतीपूर्ण नजर आ रहा है। कोई सालभर पहले मैंने ब्लॉग लिखना शुरू किया था। पठकों ने मुझे जो स्नेह प्यार और मार्गदर्शन दिया, उसी की वजह है कि अब में उत्साह के साथ रोजाना ब्लॉग लिख रहा हंू। मैं कोई तीस वर्ष से पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हंू। मैंने जहां दैनिक भास्कर में मुख्य संवाददाता के रूप में काम किया, तो वहीं राष्ट्रदूत में लम्बे अर्से तक ब्यूरो चीफ के रूप में कार्य किया। वर्तमान में भी मैं अजमेर में पंजाब केसरी के ब्यूरो ऑफिस का प्रभारी हंू। इसमें कोई दो राय नहीं कि सोशल मीडिया के व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्वीटर आदि पर लिखने का अपना अंदाजा और लोकप्रियता है, लेकिन इसके साथ ही जवाबदेही भी ज्यादा है। यदि  कोई बात गलत लिखी गई है तो हाथों हाथ आलोचना का शिकार होना पड़ता है। इसका ताजा उदाहरण 24 जनवरी का ब्लॉग है। बीकानेर के दिग्गज भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सरकार पर जो टिप्पणी की उसमें मैंने भाटी को भाजपा का विधायक लिख दिया, जबकि भाटी इस बार चुनाव हार गए थे। इस गलती को लेकर न केवल फोन आए बल्कि सोशल मीडिया पर मेरी आलोचना भी हुई। पाठकों की आलोचना सिर माथे पर। इससे यह प्रतीत होता है कि मेरे ब्लॉग को पाठक कितनी गंभीरता के साथ पढ़ता है और फिर अपनी प्रतिक्रिया देता है। राजस्थान का शायद ही कोई शहर होगा, जहां मेरा ब्लॉग व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए न पढ़ा जाता हो। जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर जैसे बड़े शहरों में तो कई ग्रुप जुड़े हुए हैं। इससे अतिरिक्त देश के बड़े शहरों में  भी इसी तकनीक से ब्लॉग पढ़ा जा रहा है। मैं प्रतिदिन कोई 500 व्हाट्सएप ग्रुप में ब्लॉग पोस्ट करता हंू। इसके अतिरिक्त spmittal.blogspot.in के माध्यम से कोई 50 हजार पाठक जुड़े हुए हैं। मेरा अनुमान है कि 50 हजार से भी ज्यादा पाठक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए सीधे मुझसे जुड़े हुए हंै। सैकड़ों पाठक अपनी पसंदीदा पोस्ट को दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट करते हैं। इसका मुझे अंदाजा नहीं कि कितने लोग पढ़ते होंगे। फेसबुक पर भी पांच हजार तक सदस्य जुड़ चुके हैं।
अजमेर जिले के गांव ढाणी तक के व्हाट्सएप गु्रप जुड़े हुए हैं। अब मेरे पास गांव की खबरें भी प्राथमिकता के साथ आती हैं और कई बार में इन खबरों का अपने ब्लॉग में उपयोग भी करता हंू। मेरे ब्लॉग पर जो प्रतिक्रियाएं प्राप्त होती है। मेरा प्रयास होता है कि सबका जवाब दे सकंू। लेकिन कई बार समय के अभाव की वजह से जवाब देना संभव नहीं होता है। मैं यह बताना चाहता हंू कि व्हाट्सएप के पांच सौ ग्रुप में ब्लॉग पोस्ट करने के लिए दो मोबाइल फोन का उपयोग होता है। इसमें मुझे रोजाना कई घंटे लगते हैं। इसलिए यदि में कभी प्रतिक्रियाओं का जवाब न दंू तो पाठक मुझे क्षमा करेंगे। मेरे ब्लॉग पर जो प्रतिक्रिया आती है, उससे मेरी हौंसला अफजाई होती है। मेरा सभी जागरुक पाठकों से आग्रह है कि अपनी प्रतिक्रिया देना जारी रखे। कई बार इन्हीं प्रतिक्रियाओं से नया ब्लॉग लिखने की प्रेरणा मिलती है। 
इस मौके पर में यह भी स्पष्ट कर देना चाहता हंू कि मैं सभी धर्मों का मान सम्मान करता हंू। चूंकि मेरी अपनी कोई राजनीतिक विचारधारा नहीं है। इसलिए में आम व्यक्ति के मन की बात ब्लॉग में लिखता हंू, हो सकता है कि कई बार मन की बात समझने में गलती हो जाए, लेकिन मेरी दुर्भावना कभी भी नहीं रहती है। मेरा हमेशा यह प्रयास रहता है कि सभी धर्मों के लोग अमन और भाई चारे के साथ जिएं। जहां तक सरकारों का सवाल है तो जनसमस्याओं को लेकर आलोचना करने में मुझे कभी भी झिझक नहीं होती है। मैं यहा स्पष्ट कर देना चाहता हंू कि मैं स्वार्थवश कोई ब्लॉग नहीं लिखता हंू। मुझे उम्मीद है कि पाठकों का प्यार स्नेह और मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहेगा। कुछ लोगों का कहना है कि मेरे ब्लॉग लम्बे होते हैं। इस संबंध में पाठकों ने मुझे सुझाव भी दिए हैं। इस मामले में मेरा यह कहना है कि मैं किसी भी मुद्दे को स्पष्ट कर लिखता हंू। इसलिए ब्लॉग लम्बा होता है। कुछ लोगों का कहना है कि मैं रोजाना तीन अथवा चार ब्लॉग पोस्ट करता हंू जो ज्यादा हंै। इस संबंध में मेरा यह कहना है कि में न्यूनतम तीन ब्लॉग इसलिए लिखता हंू कि ताकि हर पाठक ब्लॉग को पढ़ सके। जो लोग अजमेर से बाहर रहते हैं, उनकी रुचि अजमेर और राजस्थान से जुड़े ब्लॉग में नहीं होती है। इसलिए ऐसे पाठकों के लिए राष्ट्रीय स्तर का ब्लॉग लिखता हंू। एक ब्लॉग अपने प्रदेश की स्थितियों पर और तीसरा अजमेर से जुड़े मुद्दों पर। अजमेर में हजारों ऐसे पाठक हैं, जिन्हें सिर्फ अजमेर की ही खबर पढऩी होती है। तीनों स्तरों का ध्यान रखते हुए मुझे तीन अथवा चार ब्लॉग लिखने पड़ते हैं। यदि कुछ लोगों को मेरे ब्लॉग लम्बे और ज्यादा लगते हैं उनसे मैं क्षमा प्रार्थी हंू। 

(एस.पी. मित्तल)  (25-01-2016)
(spmittal.blogspot.inM-0982907151

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