Thursday 21 January 2016

शिव शंकर हेड़ा क्या-भू कारोबारियों से बच पाएंगे।


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21 जनवरी को भाजपा के वरिष्ठ नेता शिव शंकर हेड़ा ने अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है। इस अवसर पर प्राधिकरण के परिसर में ही एक समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में प्राधिकरण (नगर सुधार न्यास) के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत ने कहा कि शहर में यह बात नहीं होनी चाहिए कि फलां व्यक्ति हेड़ा जी से काम करवा सकता है। प्राधिकरण के कमकाज में पारदर्शिता होनी चाहिए। जो काम हो सकते हैं, उन्हें बिना किसी सिफारिश के किया जाए और जो नहीं हो सकते, उन्हें किसी के भी दबाव में न किया जाए। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हेड़ा का चयन बहुत सोच समझकर किया है। अपनी बात कहने का लखावत का अपना अंदाजा है। इसलिए यह सवाल उठता है कि क्या हेड़ा भू-कारोबारियों से बच पाएंगे। हेड़ा के सामने पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन और नरेन शाहनी के उदाहरण हंै। यह दोनों ही अध्यक्ष अपना तीन वर्ष का कार्यकाल भू-कारोबारियों की वजह से ही पूरा नहीं कर सके। भाजपा के धर्मेश जैन ने तो बड़ी मुश्किल से एसीबी से पीछा छुड़ाया। जबकि कांग्रेस के नरेन शाहनी को आज भी एसीबी के दफ्तर के धक्के खाने पड़ रहे हैं। भले ही इन दोनों ने कोई भ्रष्टाचार न किया हो, लेकिन भू-कारोबारियों की वजह से ही जैन और शाहनी की राजनीति मिट्टी में मिल गई। जैन और शाहनी के बाद ही हेड़ा अध्यक्ष बने हैं। हेड़ा भू-कारोबारियों से कैसे बचते है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन शुरुआत कुछ अच्छी नहीं हुई है। हेड़ा को 19जनवरी को ही अध्यक्ष नियुक्त किया गया है,लेकिन स्वागत करने में भू-कारोबारी ही सबसे आगे हंै। यह माना कि शिष्टाचार वंश किसी को स्वागत से मना नहीं किया जा सकता, लेकिन स्वागत की आड़ में भू-कारोबारी अपना स्वार्थ सिद्ध न कर लें, इसकी जिम्मेदारी हेड़ा की है। हेड़ा को हटाए गए अध्यक्ष धर्मेश जैन और नरेन शाहनी की घटनाओं का बारीकी से अध्ययन करना चाहिए। पुराने अध्यक्षों को ध्यान में रखते हुए लखावत ने हेड़ाको सही सीख दी है। 
नेताओं का जमघट:
हेड़ा के पदग्रहण करने पर 21 जनवरी को भाजपा के सभी छोटे-बड़े नेताओं का जमघट रहा। अजमेर के सांसद और केन्द्रीय जन संसाधन राज्यमंत्री सांवरलाल जाट, स्कूली शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, विधायक भागीरथ चौधरी, संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, भाजपा के देहात अध्यक्ष बी.पी.सारस्वत, शहर अध्यक्ष अरविंद यादव आदि उपस्थित रहे। इन सभी नेताओं ने हेड़ा को पूर्ण समर्थन और सहयोग देने का वायदा किया। 
सख्ती से हटाएंगे अतिक्रमण-हेड़ा:
अध्यक्ष का पद संभालने के बाद हेड़ा ने मीडिया से कहा कि प्राधिकरण की जमीनों पर जो अतिक्रमण हो रखे हैं, उन्हें सख्ती के साथ हटाया जाएगा। प्राधिकरण की विभिन्न आवासीय योजना में अधिक से अधिक सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। स्मार्ट सिटी की योजना का ध्यान रखते हुए विकास की आवधारण होगी। 
आम सभा में दिलाई कलेक्टर ने शपथ:
प्राधिकरण के परिसर में जो समारोह हुआ उसमें आम सभा का स्वरूप ले लिया। मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने राजनीतिक नजरिए से ही भाषण दिए। इसी आम सभा में जिला कलेक्टर डॉ. आरुषि मलिक ने हेड़ा को अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई। इसे सत्ता की ताकत ही कहा जाएगा कि 21 जनवरी को कलेक्टर ने हेड़ा को आम सभा में खड़े होकर शपथ दिलाई तो गत वर्ष जिला प्रमुख वंदना नोगिया को अपने कक्ष में कुर्सी पर बैठे हुए ही शपथ दिलाई। तब वंदना ने कलेक्टर के सामने खड़े होकर शपथ दिलाई। 
(एस.पी. मित्तल)  (21-01-2016)
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