Sunday 3 January 2016

राजगढ़ धाम पर दिखा सर्वधर्म का नजारा।



अजमेर जिले के निकटवर्ती राजगढ़ स्थित मसाणिया भैरव धाम पर 3 जनवरी को सर्वधर्म का नजारा देखने को मिला। रविवार को भैरव धाम के उपासक चम्पालाल महाराज ने चौकी पर बैठ कर परेशान लोगों के कष्टों का निवरण हैं। 3 जनवरी को रविवार होने कीवजह से राजगढ़ भैरव धाम पर 10 हजार से भी ज्यादा श्रद्धालु उपस्थित थे। ऐसे धार्मिक महत्त्व  के समारोह में ही संसार प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर के महंत सोमपुरी महाराज ने अपने भक्तों के साथ उपस्थिति दर्ज करवाई। इसी प्रकार दरगाह स्थित खादिमों की संस्था अंजुमन के वरिष्ठ सदस्य मुन्नवर चिश्ती और अन्य खादिमों ने धार्मिक समारोह में शिरकत की। भैरव धाम के उपासक चम्पालाल महाराज ने कहा कि आज का नजारा अजमेर की सर्वधर्म संस्कृति से मेल खाता है। जहां एक और ब्रह्मा मंदिर के महंत उपस्थित हैं तो दूसरी ओर ख्वाजा साहब की दरगाह में धार्मिक रस्मों को अंजाम देने वाले प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस धाम पर बिना किसी भेदभाव के पीडि़त व्यक्ति के कष्टों का निवारण किया जाता है। यहां यह नहीं पूछा जाता की आने वाला पीडि़त किस धर्म का है। बाबा के सामने इसानियत ही सर्वोपरि है। यही वजह है कि इस धाम पर सभी धर्मों के लोग देशभर से आते हैं। अभी हाल ही में बेटी बचाओं और नशामुक्ति को लेकर भैरव धाम की ओर से बड़े अभियान चलाए गए। कोई दो लाख श्रद्धालुओं को बेटी बचाने का संकल्प करवाया गया। शराब और अन्य नशीले पदार्थ छोडऩे का संकल्प पिछले कई वर्षों से करवाया जा रहा है। अंजुमन के प्रतिनिधि मुन्नवर चिश्ती ने कहा कि भैरवधाम पर चमत्कार होता है। जिस प्रकार लोगों के असाध्य रोग दूर हो रहे हैं, उससे लोगों का विश्वास और बढ़ा है। खास बात यह है कि इस पवित्र स्थान पर कोई चढ़ावा नहीं लिया जाता। ब्रह्मा मंदिर के महंत सोमपुरी महाराज ने कहा कि राजगढ़ के मसाणियाभैरव धाम ने भी अजमेर का धार्मिक महत्त्व ब्ढ़ाया है। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता ने कहा कि भैरवधाम पर स्थित मनोकामना स्तंभ की परिक्रमा करने से मन की मुराद पूरी हो जाती है। मेयर धर्मेनद्र गहलोत ने कहा कि भैरवधाम के प्रति विश्वास और श्रद्धा रखने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है। समारोह में अनेक जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों,समाज सेवियों आदि ने भाग लिया। 
चमत्कार भी देखने को मिले
उपासक चम्पालाल महाराज जब चौकी पर भैरव बाबा के रूप में विराजमान थे,तब लोगों को चमत्कार भीदेखने को मिले। कुछ दिनों पहले तक अपने पैरों खड़ा नहीं होने वाला युवक रविवार को जब बाबा के सामने आया तो न केवल मजबूती के साथ खड़ा हो गया, बल्कि बाबा के कहने पर दौड़ भी लगाई। अजमेर के पुरानी मंडी में रहने वाले एक 10 वर्षीया बालिका को गत रविवार को अभिभावक व्हीलचेयर पर बाबा के सामने लाए थे, लेकिन आज वहीं बालिका अपने पैरों से चल कर बाबा के सामने उपस्थित हुई। बीमार रहने वाले व्यक्तियों को बाबा ने बताया कि उनके शरीर में असली रोग क्या है। जो महिलाएं बाबा के सामने चिखती चिल्लाती आई उनमें से अनेक को बाबा ने स्पष्ट कहा कि इन्हें भूतप्रेत होने का वहम हो गयाहै। ऐसी महिलाओं को मानसिक इलाज की जरुरत है। जबकि कुछ अधमरी महिलाओं के रोग को सही मानते हुए बाबा ने अपने आशीर्वाद से स्वस्थ कर दिया। लोगों ने देखा जो महिला बेसुध होकर जमीन पर पड़ी थी, वह कुछ मिनटों में खड़ी होकर चलने लग गई। 
पर्याप्त सुरक्षा नहीं
राजगढ़ धाम में प्रत्येक रविवार को हजारों श्रद्धालु देश भर से आते हैं। चौकी पर बैठे बाबा से मिल कर अपने कष्टों का निवारण करने के लिए श्रद्धालु देर रात को ही भैरवधाम के बाहर आकर खड़े हो जाते हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं भी आती हैं। हालांकि भैरवधाम प्रबंध समिति  की ओर से सभी श्रद्धालु के लिए पानी और चाय की नि:शुल्क व्यवस्था की जाती है,लेकिन सुरक्षा के अभाव में अप्रिय घटना होने का डर हमेशा रहता है। प्रबंध समिति ने कई बार जिला प्रशासन का ध्यान इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करवाया है। हालांकि प्रशासन कुछ पुलिस कर्र्मी को तैनात करता है, लेकिन यह संख्या आने वाले श्रद्धालु के मुकाबले बहुत कम है। 
(एस.पी. मित्तल)
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