Wednesday 27 January 2016

पलाड़ा के समस्या समाधान शिविर में मंत्री और कलेक्टर पहुंचे।



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भाजपा विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा और उनके पति व समाजसेवी भंवरसिंह पलाड़ा ने 27 जनवरी को मसूदा विधानसभा क्षेत्र के देवलियावास गांव में समस्या समाधान शिविर आयोजित किया। इस शिविर में अजमेर जिले के प्रभावी मंत्री वासुदेव देवनानी, प्रभारी सचिव श्रीमत पांडे, जिला कलेक्टर डॉ. आरुषि मलिक आदि बड़े अधिकारियों ने अपनी उपस्थित दर्ज करवाई। इस मौके पर देहात भाजपा के अध्यक्ष बी.पी.सारस्वत भी उपस्थित रहे। देवनानी और बड़े अधिारियों ने पलाड़ा दम्पत्ति को इस बात के लिए शाबाशी दी कि वे अपने स्तर पर शिविर लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करवा रहे हैं। शिविर में पलाड़ा ने कहा कि शिविर में 22 विभागों के कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित हैं और मौके पर ही नामांतरण, पेंशन,जाति प्रमाण पत्र, विकलांगता आदि की समस्याओं का समाधान किया जाता है। आए हुए सभी ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच भी शिविर में होती है। उन्होंने बताया कि शिविरों में 20 लाख रुपए की लागत के कम्बल और आटे का वितरण जरूरतमंद ग्रामीणों को किया जा रहा है। आज भी निकटवर्ती चार ग्राम पंचायतों के ग्रामीण शिविर में उपस्थित हैं। वे इस शिविर में तब तक बैठे रहेंगे, जब तक एक एक ग्रामीण की समस्या का समाधान न हो जाए। पलाड़ा ने बताया कि पिछले दिनों ही जयपुर में वसुंधरा राजे को शिविर की उपलब्धियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी थी। तब राजे ने कहा कि ऐसे शिविर हर विधायक को अपने विधानसभा क्षेत्रों में लगाने चाहिए। इसके साथ ही पलाड़ा ने इस बात पर अफसोस जताया कि शिविर में बड़े अधिकारी शामिल नहीं होते हैं। इसलिए जिला स्तर की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता है। पलाड़ा ने कलेक्टर से आग्रह किया कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दे कि शिविर में आएं। पलाड़ा ने अपने अंदाज में कहा कि शिविर में जो इतने विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों  की उपस्थित है, वह उनकी राठौड़ की वजह से हैं,जबकि होना यह चाहिए कि ऐसे शिविर में जिला प्रशासन के बड़े अधिकारी स्वयं उपस्थित रहें। पलाड़ा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री स्वयं  गांव मं जाकर समस्याएं जान रही हंै तो फिर अधिकारियों को हमारे शिविर में आने में शर्म क्यों आ रही है? हमारे शिविर में दो से तीन हजार ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं। क्या अफसरों की यह जवाबदेही नहीं है कि वे शिविर में आकर समस्याओं का समाधान करंे। पलाड़ा ने देवनानी, श्रीमंत पांडे, कलेक्टर आदि का आभार जताया कि आज शिविर में आए है,वहीं देवनानी ने कलेक्टर मलिक से कहा कि वे पलाड़ा के शिविर में अधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश दिलवाएं। कलेक्टर मलिक ने भी कहा कि भविष्य में विधायक के शिविरों में अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायक प्रशासन का ही अंग होते हैं। जनप्रतिनिधि और प्रशासन मिलकर समस्याओं का समाधान करते हैं। 
समारोह में कलेक्टर ने कहा कि ऐसे शिविरों से आम लोगों को तत्काल राहत मिलती है। समारोह में प्रभारी सचिव पांडे ने पलाड़ा दम्पत्ति की समाजसेवा की जमकर तारीफ की। शिविर में श्रीमती पलाड़ा ने कहा कि वे विधायक पद के वेतन का उपयोग अपने निजी कार्यों में नहीं करती है। वेतन की राशि कन्या विवाह में खर्च की जाती है। इसी प्रकार पलाड़ा का कहना रहा कि मसूदा विधानसभा क्षेत्र में समस्याओं के अलावा कुछ भी नहीं है। यहां युवाओं के रोजगार के लिए कोई फैक्ट्री अथवा बड़ा उद्योग नहीं है। आमतौर पर ग्रामीण नरेगा के कार्यों पर ही निर्भर है। पलाड़ा ने देवनानी से शिकायत के लहजे में कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक तक नहीं है। ऐसे में बच्चे पढ़ाई कर नहीं कर पा रहे हैं। 
बग्गी में निकली सवारी:
समस्या समाधान शिविर से पहले प्रभारी मंत्री देवनानी को बेगलियावास गांव में बग्गाी में घुमाया गया। इस बग्गी में देवनानी के साथ पलाड़ा दम्पत्ति भी बैठे। ग्रामीणों ने पलाड़ा दम्पत्ति के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। उत्साही युवाओं ने आतिशबाजी भी की। 
मंदिर के दर्शन:
देवनानी और पलाड़ा दम्पत्ति ने इससे पहले गांव के राधाकृष्ण मंदिर में दर्शन भी किए। मंदिर के उपासक राधेश्याम शर्मा ने प्रसाद वितरण किया। 
(एस.पी. मित्तल)  (27-01-2016)
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