Saturday 30 January 2016

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की इच्छा से तय हुए


राजस्थान लोक सेवा आयोग के तीन सदस्य
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संवैधानिक संस्थानों में ईमानदारी और निष्पक्षता के कितने भी दावे किए जाएं, लेकिन होता वही है जो सरकार का मुखिया चाहता है। 29 जनवरी की रात को राजस्थान लोकसेवा आयोग में 3 सदस्यों की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए। इन तीनों ही सदस्यों ने आयोग के अजमेर स्थित मुख्यालय पर 30 जनवरी को पद भार संभाल लिए। अब आयोग में अध्यक्ष सहित 7 सदस्य हो गए हैं। ऐसे में कार्य को गति मिलेगी ही। जो तीन सदस्य नियुक्त हुए उनमें डॉ. शिव सिंह राठौड़ जोधपुर, श्यामसुन्दर शर्मा झालावाड़ तथा हरिकिशन खीचड़ जयपुर के निवासी हैं। इन तीनों ही सदस्यों की नियुक्ति में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की व्यक्तिगत पसन्द रही है। झालावाड़ के श्यामसुन्दर शर्मा पेशे से वकील हैं और वसुन्धरा राजे के सबसे विश्वासपात्र हैं। अभी हाल ही में प्रदेश में भाजपा संगठन के जो चुनाव हुए, उसकी कमान भी राजे ने शर्मा को ही दे रखी थी। झालवाड़ा से वसुन्धरा राजे चुनाव लड़े या बेटा दुष्यन्त सिंह। चुनाव का जिम्मा शर्मा के पास ही होता है। गत विधानसभा चुनाव के दौरान राजे ने जो सुराज यात्रा निकाली, उसकी कमान भी शर्मा के पास ही थी। ऐसे में शर्मा को आयोग का सदस्य बनने में कोई परेशानी नहीं हुई। अब ललित के पंवार भले ही आयोग के अध्यक्ष हों लेकिन रुतबा शर्मा का ज्यादा होगा, क्योंकि शर्मा जब चाहे तब सीएम राजे से सीधे संवाद कर सकते हैं। सम्पूर्ण सत्तारूढ़ पार्टी में पता है कि शर्मा और राजे के बीच किसी भी भूमिका नहीं है। इसी प्रकार जोधपुर के डॉ. शिव सिंह राठौड़ की नियुक्ति भी राजे की व्यक्तिगत पसन्द मानी जा रही है। हालांकि राजे का जातिवाद में कोई भरोसा नहीं है लेकिन फिर भी यह तो सत्य ही है कि राठौड़ भी राजपूत समुदाय से सम्मानित सदस्य हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि डॉ. राठौड़ की जोधपुर में जबरदस्त प्रतिष्ठा है। जोधपुर क्षेत्र के गिरते भूजल स्तर पर डॉ. राठौड़ ने शोध किया है। राठौड़ ने उन कारणों का पता लगाया है जिसकी वजह से जलस्तर गिरा और साथ ही अपने शोध में सुझाव भी दिए कि किन उपायों से जलस्तर को ऊंचा किया जा सकता है। इसे एक संयोग ही कहा जाएगा कि जोधपुर के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत हैं तो प्रभारी मंत्री भी। गजेन्द्र सिंह खींमसर बने हुए हैं। इतना ही नहीं जोधपुर राजघराने के गज सिंह भी मुख्यमंत्री के निकट माने जाते हैं। जहां तक राठौड़ की पिछली राजनीति का सवाल है तो राठौड़ जोधपुर नगर सुधार न्यास के सदस्य रह चुके हैं तथा उपभोक्ता सहकारी भंडार के संचालन में भी भूमिका रही है। तीसरे सदस्य हरिकिशन खीचड़ सेवानिवृत जज हैं।
पहले ही दिन रुतबा उजागर:
आयोग में नवनियुक्त सदस्य श्यामसुन्दर शर्मा का रुतबा पहले दिन ही उजागर हो गया। शर्मा ने जब शपथ ली तब भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष बीपी सारस्वत, शहर अध्क्ष अरविन्द यादव सहित भाजपा के बड़े नेता उपस्थित थे। शर्मा से मुलाकात करने के लिए स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी भी उतावले नजर आए। यदि देवनानी मंत्री नहीं होते तो शर्मा के शपथ लेने के समय आयोग के दफ्तर पहुंच जाते। शर्मा से मुलाकात करने के लिए देवनानी सर्किट हाऊस पहुंच गए। देवनानी ने सर्किट हाऊस में शर्मा को माला पहनाकर अभिनन्दन किया। भाजपा नेताओं को अच्छी तरह पता है कि शर्मा की सीधी एप्रोच मुख्यमंत्री से है।
(एस.पी. मित्तल)  (30-01-2016)
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