Monday 18 January 2016

आखिर स्वयं को भगवान बनाने पर क्यों तुले गुरमीत राम रहीम



डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमती राम रहीम के खिलाफ पंजाब के एक पुलिस स्टेशन पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमे में राम रहीम के विष्णु अवतार धारण करने पर आपत्ति दर्ज कराई गई है। कहा गया है कि इससे हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस लगी है। सवाल उठता है कि राम रहीम स्वयं को हर बार भगवान बनाने पर क्यों तुले हुए हंै? क्या स्वयं के कह देने या भगवान का रूप धारण कर लेने से राम रहीम भगवान बन जाएंगे? अभी हाल ही में एक हास्य कलाकार ने जब राम रहीम की नकल की थी तो उनके भक्तों ने कलाकार को जेल की हवा खिलवा दी। राम रहीम के भक्तों के वोटों की मोहताज हरियाणा की भाजपा सरकार की पुलिस मुम्बई गई और हास्य कलाकार को गिरफ्तार कर लिया। बाद में यह कलाकार बड़ी मुश्किल से जमानत पर छूटा। राम रहीम को स्वयं की नकल करने पर ऐतराज है, लेकिन स्वयं के भगवान बनने पर नहीं। क्या यह दोहरी नीति नहीं है?
जब कोई व्यक्ति मजाक में भी राम रहीम की नकल नहीं कर सकता तो फिर राम रहीम को भी यह हक किसने दिया कि वे स्वयं विष्णु का अवतार धारण करें। क्या यह विष्णु की नकल करना नहीं है? भारत में राह रहीम पहले ऐसे इंसान नहीं है जिन्होंने स्वयं को भगवान माना हो। हमने देखा है कि ऐसे अनेक स्वयं भू भगवान या तो जेल में गए या फिर लोगों ने ही उनका नशा उतार दिया। जो लोग स्वयं को भगवान मानते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि जब लोग मानें, तभी सही होता है। आप ऐसे काम करे जिसकी वजह से आम लोग आपको भगवान के रूप में स्वीकार करें। कोई फिल्म बनाकर स्वयं को चमत्कारी बाबा दर्शा देने से भगवान नहीं बनता। भगवान बनने के लिए कठिन तपस्या और ज्ञान के दौर से गुजरना होता है। यह माना कि राम रहीम के लाखों भक्त हैं और समाज सेवा के क्षेत्र में भी डेरा सच्चा सौदा ही महत्त्वपूर्ण भूमिका है। अच्छा हो कि राम रहीम सामाजिक सेवा का कार्य ही करते रहें। नि:संदेह उनके प्रवचन भी सर्वधर्म के लिए होते हैं। राम रहीम को चाहिए कि वे अपने कर्म एक अच्छे इंसान के तौर पर करते रहे। जहां तक भगवान बनने का सवाल है तो ईश्वर चाहेगा तो लोग उन्हें भगवान भी मान लेंगे। जब राम रहीम अपने भक्तों को ईश्वर, अल्ला, वाहे गुरु के उपदेश देते हैं तो फिर उन्हें स्वयं को भी अपने उपदेशों का अनुसरण करना चाहिए। यह तो अच्छा है कि राम रहमी अभी तक हिन्दू और सिक्ख समाज से जुड़े धर्मगुरुओं और भगवानों के ही रूप धारण कर रहे हैं। यदि गलती से किसी अन्य धर्म के गुरुओं का रूप धारण कर लिया तो राम रहीम को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। राम रहीम यह बात अच्छी तरह समझ लें कि धर्म गुरुओं और भगवान का रूप धारण करना किसी को भी अच्छा नहीं लगता है। 
(एस.पी. मित्तल)  (18-01-2016)
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