Friday 12 February 2016

आखिर भोजशाला मे शिवराज सिंह ने नमाज पढ़वा ही दी। सरस्वती की पूजा के लिए विरोध करते रहे हिन्दू।



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केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के और मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार चल रही है। इसलिए कई बार राजनीतिक दृष्टि से यह आरोप लगते हैं कि देश में असहिष्णुता का माहौल है। लेखक, पत्रकार, साहित्यकार ही नहीं बल्कि फिल्म अभिनेता शाहरुख खान और आमिर खान को भी लगता है कि एक समुदाय विशेष के लोगों को भारत में खतरा है। इसलिए आमिर खान की पत्नी ने तो भारत छोडऩे का विचार भी किया था। कुछ लोगों की इन आशंकाओं के बीच 12 फरवरी को वसंत पंचमी के पर्व पर मध्यप्रदेश के धार शहर के भोजशाला स्थल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरी ताकत लगाकर मुसलमान समुदाय के लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से नमाज पढ़वा दी। हर शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोग भोजशाला में आकर नमाज अदा करते हैं, लेकिन 12 फरवरी में शुक्रवार की नमाज पर विवाद इसलिए हुआ, क्योंकि 12 फरवरी को ही वसंत पंचमी है और वसंत पंचमी के पर्व पर हिन्दू समुदाय के लोग भोजशाला में सरस्वती पूजा करते हंै। दिग्विजय सिंह जब कांग्रेस सरकार के सीएम थे, तब उन्होंने भोजशाला में हिन्दुओं के प्रवेश पर रोक लगवा दी थी, लेकिन वर्ष में एक बार सरस्वती पूजा की छूट दी। जिस वर्ष वसंत पंचमी शुक्रवार के दिन नहीं होती उस वर्ष मुस्लिम समुदाय के लोग जुम्मे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा करते हैं। और शुक्रवार वसंत पंचमी के एक ही दिन होने पर विवाद की स्थिति पहले भी उत्पन्न होती रही है। 12 फरवरी को भी शिवराज सिंह की सकरार के लिए नमाज पढ़वाना चुनौतीपूर्ण कार्य था। शिवराज सिंह को यह पता था कि यदि 12 फरवरी को वसंत पंचमी के दिन भोजशाला में नमाज नहीं पढ़वाई गई तो देश में असहिष्णुता होने का तूफान आ जाएगा। राजनीति से जुड़े लोग सीधे नरेन्द्र मोदी पर हमला करेंगे, क्योंकि मध्यप्रदेश में मोदी की पार्टी भाजपा की ही सरकार है। शिवराज सिंह को यह भी पता था कि यदि वसंत पंचमी के दिन हिन्दू समुदाय के लोगों को भोजशाला में सरस्वती पूजा के लिए प्रवेश दे दिया जाएगा तो फिर मुस्लिम समुदाय के लोगों की नमाज को पढ़वाना मुश्किल होगा। इसलिए 12 फरवरी को शिवराज सिंह ने सुबह से ही 6 हजार सशस्त्र जवान भोजशाला के बाहर तैनात कर दिए। ऐसी मजबूत बेरिकेडिंग की गई की हिन्दू समुदाय के लोग प्रवेश ही नहीं कर सके। वसंत पंचमी की पूजा के लिए हजारों की संख्या में भोजशाला के बाहर हिन्दू समुदाय के लोग एकत्रित तो हुए, लेकिन भोजशाला में प्रवेश नहीं पा सके। जो लोग देश में असहिष्णुता का माहौल बताते हैं उन्हें यह देखना चाहिए कि 12 फरवरी को हिन्दू समुदाय के लोग भोजशाला के बाहर विरोध प्रदर्शन करते रहे और अंदर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुम्मे की नमाज शुकुन के साथ पढ़ी। शिवराज सिंह की सरकार ने जिस तरीके से भोजशाला की स्थितियों को निपटाया, उसकी प्रशंसा अब मुस्लिम समुदाय के लोग भी कर रहे हैं। भले ही हिन्दू समुदाय के लोग शिवराज सिंह की इस कार्यवाही से नाराज हो, लेकिन शिवराज सिंह को इस बात का संतोष है कि वसंत पंचमी के दिन भी भोजशाला में मुस्लिम समुदाय के लेागों ने नमाज पढ़ी। 

(एस.पी. मित्तल)  (12-02-2016)
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