Friday 18 March 2016

पाक नागरिकों के आने से क्या अजमेर का माहौल बिगड़ेगा?


हिन्दूवादी संगठनों ने शुरू किया विरोध।
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सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 6 दिवसीय सालाना उर्स चांद दिखने पर 9 अप्रैल से प्रस्तावित है। उर्स में देश-विदेश से अपने स्तर पर जायरीन जियारत के लिए आते हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर पाकिस्तान से भी एक जायरीन दल आता है। ख्वाजा साहब के प्रति अकीदत को देखते हुए प्रतिवर्ष पाक जायरीन दल की संख्या बढ़ रही है। इस बार भी कोई पांच सौ पाक जायरीन के आने की तैयारी है। इसके लिए भारत और पाक के बीच वार्ता चल रही है, लेकिन इसी बीच खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में यह माना है कि पाक जायरीन के आने से अजमेर का माहौल बिगड़ सकता है। हाल ही में पठानकोट पर हुए आतंकी हमले और सीमा पर रोजाना पाकिस्तान की ओर से हो रही आतंकी घुसपैठ की वजह से माहौल खराब है। ऐसे माहौल में यदि पाक जायरीन अजमेर आते हैं तो हालात बिगड़ भी सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी माना गया है कि पांच सौ पाक जायरीन को सुरक्षा मुहैया कराना मुश्किल है। क्योंकि पाक जायरीन आते तो एक साथ हैं, लेकिन उर्स के दौरान जियारत अलग-अलग खादिमों से करवाते हैं। पाक जायरीन दरगाह के आसपास की सकड़ी गलियों में अपने परिचितों और खादिमों के घरों पर भी जाते हैं। हालांकि हर जायरीन के पास वीजा होता है,लेकिन इधर-उधर घुमने वाले जायरीन की सुरक्षा उर्स में करना बेहद मुश्किल है। 
खुफिया एजेंसियों ने भले ही सतर्कता के बतौर कोई रिपोर्ट केन्द्र सरकार को भेजी हो, लेकिन फिर भी राजनीतिक कारणों की वजह से पाक जायरीन ऐसी रिपोर्टों के बाद भी आते रहे हैं। कई बार राजनीतिक कारणों से पाक जायरीन का दौरा रद्द भी होता रहा है। हालांकि गत वर्ष भी पाक जायरीन दल अजमेर आया था। लेकिन इस बार माहौल कुछ ज्यादा ही गर्म नजर आ रहा है। अभी हाल ही में पाकिस्तान के एक शायर का अजमेर दौरा रद्द हो चुका है। तब भी हिदूवादी संगठनों ने पाक शायर के आने का विरोध किया है। 
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन:
18 मार्च को अजमेर के कलेक्ट्रेट पर बड़ी संख्या में हिन्दूवादी संगठनों ने प्रदर्शन किया है। विश्व हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष आनंद अरोड़ा, महानगर मंत्री शशि प्रकाश इंदौरिया, सहमंत्री लेखराज सिंह राठौड़ के नेतृत्व में प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राजस्थान की मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन में मांग की गई कि देश के माहौल को देखते हुए पाक जायरीन दल का दौरा रोका जाए। ज्ञापन में कहा गया कि जायरीन के दल में पाकिस्तान से आतंकी भी आ सकते हैं। जो देश की एकता और अखंडता के लिए घातक होगा। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि माहौल पाक जायरीन दल में शामिल कुछ सदस्य ही बिगाड़ सकते हैं। जबकि अजमेर में वर्तमान में शांतिपूर्ण माहौल बना हुआ है। 

एस.पी. मित्तल)  (18-03-2016)
(spmittal.blogspot.inM-09829071511

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