Thursday 24 March 2016

फागुन महोत्सव के कटाक्ष चुनौती के तौर पर स्वीकार करें अजमेर के राजनेता। लखावत ने कहा।



शिवशंकर हेड़ा मुर्खाधिपति और सुरेश रावत महामूर्ख चुने गए।
होली के अवसर पर 23 मार्च को अजमेर के जवाहर रंगमंच पर 20 वां फागुन महोत्सव हुआ। अजमेर के पत्रकारों, साहित्यकारों, रंगकर्मियों आदि के द्वारा आयोजित इस समारोह में स्मार्ट सिटी को लेकर अजमेर के राजनेताओं पर तीखे कटाक्ष किए थे। जब-जब  राजनेताओं पर कटाक्ष हुए तब-तब हाऊस फुल रंगमंच पर लोगों ने जोरदार तालियां बजाई। समारोह की शुरूआत ही स्मार्ट सिटी की शवयात्रा और शोक सभा से हुई। स्मार्ट सिटी की अर्थी को सजाकर मंच पर इस अंदाज में लाया गया कि हकीकत में स्मार्ट सिटी की मृत्यु हो गई है। कोसिनोक जैन, दिनेश गर्ग, सूर्य प्रकाश गांधी, योबी जार्ज, राजेन्द्र सिंह, रजनीश रोहिल्ला आदि के नेतृत्व में निकली शवयात्रा और फिर दिलीप पारीक के द्वारा शोक सभा के अंदाज को सभी ने सराहा। इस शोक सभा में राजस्थानी भाषा में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अंदाज में ही शोक पत्र पढ़े गए।
दैनिक भास्कर के अजमेर संस्करण के सम्पादक डा. रमेश अग्रवाल द्वारा स्मार्ट सिटी पर लिखित एक नाटक का मंचन नाट्यकर्मी योबी जार्ज, राजेन्द्र सिंह, हरीश बैरी आदि ने प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। इसमें बताया गया कि किस तरह सत्तारूढ़ भाजपा के मंत्रियों और विधायकों ने आपस में ही लड़कर अजमेर को स्मार्ट सिटी की प्रतियोगिता से बाहर करवा दिया। जागरूक दर्शकों को आंसूदेव तेलपानी और श्रीमति नकेल मैड़म के संवाद शानदार लगे। एक अन्य नाटक में अजमेर शहर में जगह-जगह हो रही खुदाई पर जोरदार कटाक्ष किया गया। शराबी का रोल कर रहे अलताफ हुसैन - मैं बताऊं तो पूरे शहर में चर्चित हो गया। समारोह में फागुन समाचारों का लाइव कवरेज हुआ। अभिजीत दवे ने स्टूडियों में बैठकर मनवीर सिंह चूड़ावत, रजनीश रोहिल्ला, चन्द्रशेखर शर्मा, कौशल जैन आदि से मौके से रिपोर्ट ली। समारोह में एक मात्र वक्ता राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकरसिंह लखावत ने कहा कि  हम राजनेताओं को इस समारोह के कटाक्ष से नाराज नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे चुनौती के तौर पर स्वीकार करने की आवश्यकता है। समारोह में स्मार्ट सिटी का जो मुर्दा रखा गया है उसमें हमें जान फूंकने की जरूरत है। अगली होली पर इस समारोह में जिंदा स्मार्ट सिटी बने इसके लिए हम सब को भरसक प्रयास करने चाहिए। इस समारोह के माध्यम से एक तरह से आइना दिखाया गया है। इसके लिए लखावत ने समारोह के कत्र्ता-धत्र्ताओं की हिम्मत की दाद दी। यह उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी के मुददे पर लखावत की भी कड़ी आलोचना की गई। 
फागुन समारोह में अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा को मुर्खाधिपति तथा संसदीय सचिव सुरेश रावत को महामूर्ख चुना गया। इसी प्रकार मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, मण्डल रेल प्रबन्धक नरेश सालेचा, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल, भाजपा के वरिष्ठ नेता भंवरसिंह पलाड़ा, अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्दर चौधरी तथा दैनिक नवज्योति के प्रधान सम्पादक दीन बन्धु चौधरी को मूर्खराज घोषित किया गया। इसी प्रकार स्मार्ट सिटी छलिया अवार्ड नगर निगम के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत को दिया गया। इस अवार्ड में भाजपा के देहात अध्यक्ष बी.पी. सारस्वत, शहर अध्यक्ष अरविंद यादव, निगम के डिप्टी मेयर सम्पत सांखला, नीरज जैन, पूर्व सांसद रासासिंह रावत आदि का नोमिनेशन हुआ। पायलट चप्पू अवार्ड में पूर्व मेयर कमल बाकोलिया, पूर्व विधायक डा. राजकुमार जयपाल, सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पारीक, कांग्रेस के प्रदेश मंत्री महेन्द्रसिंह रलावता और शहर कांग्रेस कमेठी के अध्यक्ष विजय जैन को मंच पर बुलाया गया। यह अवार्ड विजय जैन को दिया गया। इधर के न उधर के का अवार्ड भाजपा से निष्कासित सुरेन्द्र सिंह शेखावत को दिया गया। इस अवार्ड में नरेन साहनी, राजेश टंडन, पूर्व मंत्री ललित भाटी, हरि सिंह गुर्जर, कुलदीप कपूर आदि का नोमिनेशन हुआ। विजय माल्या अवार्ड के लिए सीताराम गोयल, राधे चोयल, एस.पी. सहगल, भगवान चंदीराम, संजय खण्डेलवाल आदि को मंच पर बुलाया और सीताराम गोयल को अवार्ड दिया गया। कागजी शेर अवार्ड के लिए दैनिक भास्कर के अजमेर संस्करण के सम्पादक डा. रमेश अग्रवाल, सरेराह मीडिया गु्रप के प्रमुख भंवरसिंह पलाडा, राजस्थान पत्रिका के अमित वाजपेयी, रमेश शर्मा, स्वामी न्यूज के कंवल प्रकाश, दैनिक नवज्योति के संजय माथुुर, जी न्यूज के मनवीर सिंह, ईटीवी के अभिजीत दवे, अमर उजाला के वीरेन्द्र आर्य तथा ब्लागर एस.पी. मित्तल को मंच पर बुलाया गया। यह अवार्ड वीरेन्द्र आर्य को दिया गया। तीन दरवाजे अवार्ड के लिए टीटी के राष्ट्रीय महासचिव धनराज चौधरी, भाजपा के वरिष्ठ नेता सोमरत्न आर्य, आरपीएससी में मीडिया सलाहकार प्यारे मोहन त्रिपाठी आदि को मंच पर बुलाया और चौधरी को अवार्ड दिया गया। बड़े बाबू का अवार्ड आरपीएससी के उपसचिव भगवतसिंह राठौड़ को दिया गया, जबकि इस अवार्ड के नोमिनी राजस्व मण्डल के सदस्य मिरजूराम शर्मा, निगम के राजस्व अधिकारी रेखा जैसवानी, जनसम्पर्क विभाग के उपनिदेशक महेश शर्मा थे।
समारोह में जयबहादुर माथुर और उनकी टीम, सप्तक की ओर से नृत्यकला केन्द्र के कलाकारों तथा प्रथम कम्प्यूटर के युवाओं द्वारा समूह नृत्य की प्रस्तुति भी दी गई। एम.पी. नानकराम साईकिल वालों की ओर से ललित नागरानी ने एटलस रेंजर साईकिल प्रथम ईनाम के तौर पर दी। जबकि शेष नौे इनाम पुरानी मंडी स्थित न्यू कुवेरा कलेक्षन के मालिक आर.डी. कुवेरा की ओर से दिए गए। अंत में आभार प्रकट करते हुए एस.पी. मित्तल ने बताया कि समारोह में अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, अजमेर डेयरी, चंदूमल पेठेवाले, सतीश बंसल, राम भरोसे कैटर्स, विजय गुप्ता, स्वामी काम्प्लेक्स आदि का सहयोग रहा। मित्तल ने माना कि उपस्थित लोगों की संख्या को देखते हुए जवाहर रंगमंच छोटा पड़ गया है। रंगमंच के अंदर और बाहर खड़े सैकड़ों लोगों से माफी भी मांगी गई। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रताप सनकत, नरेन्द्र भारद्वाज, फरहाद सागर तथा हेमंत शर्मा ने किया।
इनका भी रहा सहयोग
समारोह में अरविंद गर्ग, राजकुमार पारीक, रजनीश शर्मा, योगेश सारस्वत, सुरेश कासीलवाल, सत्यनारायण झाला, अनिल गुप्ता, जी.एस. बिरदी, मुबारक खान, अमरसिंह राठौड़, गिरीश बाशानी, चन्द्रशेखर अग्रवाल, अमित टाक, बंसत सेठी, सैयद सलीम, विनीत लोहिया, राजेन्द्र गांधी, मंजीत सलूजा, करनैल सिंह, संजय नाथानी, सचिन मुदगल, नबाव हिदायतुल्ला, रंजीत मलिक, नानक भाटिया, अतुल सिंह, गिरधर तेजवानी, अतुल दुबे, उमेश चौरसिया, नवीन सोगानी, सुनील गर्ग बबना, अनुराग जैन, रजनीश रोहिल्ला, संजय अग्रवाल, सुरजीत लबाना, विजय हंसराजानी, इन्दर चौहान, सरदार खुराणा, नेमीचंद तंबोली, चन्द्रशेखर शर्मा, मुकेश परिहार, महेश नटराज, आनंद शर्मा, सौरभ बजाड़, सुनील लारा आदि का भी सहयोग रहा। 
नोट:- फागुन समारोह 2016 के चुनिंदा फोटो मेरे फेसबुक अंकाउट पर देखें।
(एस.पी. मित्तल)  (24-03-2016)
(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

No comments:

Post a Comment