Wednesday 9 March 2016

एनडीटीवी न्यूज चैनल अब फ्री में देखने को मिलेगा। क्या वाकई दर्शक संख्या घट गई।


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9 मार्च के प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में एनडीटीवी न्यूज चैनल के प्रबंधन की ओर से एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ है। इस विज्ञापन में कहा गया है कि एनडीटीवी के न्यूज चैनल अब तक पे चैनल थे, लेकिन आगामी 16 अप्रैल से सभी प्लेटफार्म पर एनडीटीवी  के चैनल फ्री देखें जा सकेंगे। यानि टाटा स्काई, एयरटेल, रिलायंस, वीडियोकॉन आदि ऑपरेटरों से जो प्रति ग्राहक शुल्क वसूला जाता था, उसे अब एनडीटीवी का प्रबंधन नहीं लेगा। यानि जिस प्रकार दूरदर्शन के सभी चैनल फ्री टू एयर में देखे जाते हैं, उसी प्रकार अब उपभोक्ताओं को एनडीटीवी के चैनल भी देखने को मिलेंगे। एनडीटीवी के प्रबंधन की इस घोषणा से यह सवाल उठता है कि क्या वाकई एनडीटीवी  की दर्शक संख्या घट गई है? असल में पिछले कुछ माह से सोशल मीडिया पर एनडीटीवी के खिलाफ अभियान चल रहा था इसमें चैनल के एंकर रवीश कुमार के खिलाफ दर्शकों में भारी नाराजगी थी। नाराज दर्शकों का आरोप था कि चाहे जेएनयू का मामला हो अथवा देश में हो रही आतंकवादी घटनाओं का। रवीश कुमार हमेशा से ही उन तत्वों का समर्थन करते रहे, जिन्हें राष्ट्रविरोधी कहा जाता है। पिछले दिनों तो रवीश कुमार ने टीवी न्यूज में एक नया प्रयोग किया। इसमें टीवी की पूरी स्क्रीन को ब्लैक कर पीछे से रवीश कुमार की आवाज सुनाई गई। उस समय रवीश कुमार का मानना रहा कि जेएनयू में सरकार और दिल्ली पुलिस बेवजह विद्यार्थियों को परेशान कर रही है। इन सब गतिविधियों से ही एनडीटीवी की दर्शक संख्या लगातार घट रही थी। हालंाकि दर्शक संख्या घटने की बात प्रबंधन ने स्वीकार नहीं की है। लेकिन पे चैनल के बजाए मुफ्त में दिखाने से तो यही प्रतीत होता है। अब देखना होगा कि फ्री की घोषणा के बाद भी एनडीटीवी  की दर्शक संख्या घटती रहती है या इजाफा होता है। अलबत्ता इतना जरूर है कि अब गांव-ढाणी के केबल ऑपरेशन भी अपने क्षेत्र में एनडीटीवी का प्रसारण कर सकते हैं। लेकिन वहीं एनडीटीवी प्रबंधन को बड़े सैटेलाइट ऑपरेटरों से मिलने वाला करोड़ों रुपए का शुल्क बंद हो जाएगा। इन सब परिस्थितियों से प्रबंधन कैसे मुकाबला करता है, यह आने वाला समय ही बताएगा। हो सकता है कि एनडीटीवी के प्रबंधन के फैसले का असर दूसरे न्यूज चैनलों के प्रबंधन पर भी पड़े।

 (एस.पी. मित्तल)  (09-03-2016)
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