Thursday 10 March 2016

भगवान के नाम पर हो रहा है ट्रांसपोर्ट विभाग में भ्रष्टाचार।



हाइवे पर खुलेआम दौड़ रहे है ओवरलोड वाहन।
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राजस्थान के ट्रांसपोर्ट मंत्री यूनुस खान भले ही न माने, लेकिन ट्रांसपोर्ट विभाग में भगवान के नाम पर खुला भ्रष्टाचार हो रहा है। रिश्वत देने वालों का कहना है कि इंस्पेक्टर से लेकर मंत्री स्तर तक सेटिंग है। यूं तो ट्रांसपोर्ट विभाग में हर कदम पर भ्रष्टाचार है, लेकिन यह ब्लॉग सिर्फ ओवर लोड वाहन के भ्रष्टाचार तक ही सीमित है। राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार बनने से पहले ओवरलोड वाहन पर 18 हजार रुपए के जुर्माने का प्रावधान था यानि 18 हजार रुपए के जुर्माने की रसीद कटवाकर एक माह तक ओवरलोड वाहन चलाया जा सकता था। इससे सरकार को प्रतिमाह करोड़ों रुपए की आय हो रही थी। लेकिन वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री और यूनुस खान के ट्रांसपोर्ट मंत्री बनने के बाद इस नियम को बदल दिया गया। सरकार ने तय किया कि हाइवे पर ओवरलोड वाहन चलने ही नहीं चाहिए। और यदि कोई वाहन ओवरलोड मिला तो एक टन पर पांच हजार जुर्माना वसूला जाएगा। जो लोकल ट्रक-ट्रेलर आदि वाहनों के मालिक हैं उनका साफ कहना है कि कोई भी वाहन ओवरलोड के बिना हाइवे पर चल ही नहीं सकता। चूंकि वसुंधरा राजे और यूनुस खान ने नियम बदल दिए हंै इसलिए जुर्माने का कोई डर भी नहीं है। सरकार ने कह दिया कि कोई वाहन ओवरलोड न चले और शरीफ, ईमानदार, इज्जतदार, सज्जन वाहन मालिकों ने सरकार के इस फैसले को स्वीकार भी कर लिया। ट्रांसपोर्ट विभाग के आकड़े बताते है कि अब थोड़े बहुत वाहनों को ही ओवरलोड मानकर जुर्माना किया जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि वाहन मालिक तो अपनी प्रवृत्ति के अनुसार ओवरलोड वाहन चला रहे है और यूनुस खान के अधिकारियों को बिना रसीद के जुर्माना भी दे रहे है। ईमानदार ट्रक और ट्रेलर आदि के मालिकों की बात मानी जाए तो एक वाहन पर प्रतिमाह 20 हजार से लेकर 30 हजार तक ट्रांसपोर्ट विभाग में जमा करवाए जाते है। विभाग के अधिकारी अब इस राशि की कोई रसीद नहीं देते लेकिन श्रीराम, श्रीराधे, एस.आर.के स्टीगर दे देते है। जिस वाहन पर भगवान के नाम के स्टीगर लगे होते हंै, उन वाहनों को राजस्थान के किसी भी हाइवे पर ओवरलोड के नाम पर रोका नहीं जाता। यूनुस खान के ट्रांसपोर्ट विभाग के भ्रष्टाचार में इतनी ईमानदारी और पारदर्शिता है कि ओवरलोड वाहन जिस भी चेक पोस्ट से गुजरेगा उस चेक पोस्ट के अधिकारी के खाते में राशि जमा हो जाएगी। मैं कोई यूनुस खान को चुनौती नहीं दे रहा लेकिन मेरा सुझाव है कि यदि यूनुस खान वसुंधरा राजे के राज में वाकई ईमानदार है तो उन्हें किसी भी हाइवे पर खड़े होकर दो चार वाहन की जांच कर लेनी चाहिए। यदि यूनुस खान अपने व्यस्त समय में से आधा घंटे भी किसी चेक पोस्ट पर खड़े हो जाए तो उन्हें भ्रष्टाचार के बारे में पता चल जाएगा। मेरी तरह वाहन मालिकों को भी पता है कि ऐसा संभव नहीं है क्योंकि ट्रांसपोर्ट विभाग का जो इंस्पेक्टर वसूली करता है उसे यदि ऊपर तक का संरक्षण न मिले तो वह 30 हजार क्या 30 रुपए भी नहीं ले सकते। कहने की जरूरत नहीं कि आर.के. मार्बल की खानों से निकलने वाले पत्थर और वंडर सीमेन्ट की फैक्ट्री में लदान होने वाले सीमेन्ट के कट्टों वाले वाहनों की ही जांच कर ली जाए तो पोल खुल जाएगी।

 (एस.पी. मित्तल)  (10-03-2016)
(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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