Sunday 10 April 2016

ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में चर्चा रही पीएम मोदी के संदेश की।


ख्वाजा साहब को बताया प्रेरणा स्त्रोत 
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अजमेर में चल रहे सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स में 10 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदेश की चर्चा होती रही। केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पूरे सरकारी तामझाम के साथ 10 अप्रैल की सुबह सूफी परपंरा के अनुरूप ख्वाजा साहब की पवित्र मजार पर नरेन्द्र मोदी की ओर से चादर पेश की। इस मौके पर नकवी ने प्रधानमंत्री का संदेश भी पढ़ कर सुनाया। इस संदेश में मोदी ने कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती हमारे मूल्क की महान सूफी परंपरा की अनोखी मिसाल हैं। गरीब नवाज ने जिस प्रकार मानवता की सेवा को ही इबादत का बेतहरीन रूप माना था, वह आज भी हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। प्रधानमंत्री ने उर्स में आने वाले समस्त जायरीन को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए दुनिया में अमन और खुशहाली की उम्मीद जताई। ख्वाजा साहब के उर्स में भाग लेने के लिए इन दिनों देशभर से हजारों मुसलमान आए हुए हैं, यहां तक कि पाकिस्तान से भी 371 सदस्यों का एक दल सरकारी स्तर पर आया है। उर्स में शामिल होने वाले जायरीन प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को जानने के लिए उत्सुक दिखे। हर कोई यह जानना चाहता था कि आखिर मोदी ने क्या संदेश दियाहै। संदेश जानने के बाद जायरीन ने मोदी की प्रशंसा की। 
पाक हुकूमत की ओर से चादर पेश:
10 अप्रैल को अजमेर में ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में पाकिस्तान हुकूमत की ओर से भी चादर पेश की गई। उर्स में शरीक होने आए पाक दल के नेता जियाउल हसन के नेतृत्व में पाक जायरीन ने जुलूस निकालकर चादर पेश की। इस मौके पर हसन ने दोनों मुल्कों में अमन चैन की दुआ की। उन्होंने कहा कि दोनों मुल्कों में बेहतर रिश्ते होना जरूरी है। 

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(एस.पी. मित्तल)  (10-04-2016)
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