Saturday 30 April 2016

नरेन्द्र सालेचा ने कहा याद रहेगा अजमेर का कार्यकाल।


अजयमेरू प्रेस क्लब में हुआ विदाई समारोह
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अजमेर के रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) के पद से स्थानान्तरित हुए भारतीय रेल सेवा के वरिष्ठ अधिकारी नरेश सालेचा का 30 अप्रैल को अजयमेरू प्रेस क्लब में विदाई समारोह हुआ। इस समारोह में सालेचा ने कहा कि अजमेर का कार्यकाल उन्हें हमेशा याद रहेगा क्योकि यहां राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, पत्रकारों और जागरूक लोगों का भरपूर सहयोग मिला। सभी के सहयोग से अजमेर मंडल के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में इजाफा किया गया। अजमेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, फतहनगर आदि स्टेशनों की कायाकल्प भी की गई। उनका मानना है कि विकास के कार्यो में कभी भी धन की कमी नहीं आती है। यह माना कि रेल परियोजना की स्वीकृति की लम्बी प्रक्रिया है, लेकिन सरकार ने जो गाइड लाइन बना रखी है, उसमें रेल प्रबंधन के साथ-साथ सांसद और विधायक कोष से भी धनराशि ली जा सकती है। इसके अतिरिक्त औद्योगिक संस्थानों का सहयोग भी लिया जा सकता है। अजमेर शहर में स्टेशन के तीसरे गेट का निर्माण श्री सीमेन्ट के सहयोग से करवाया गया तो उदयपुर में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के विधायक कोष से काम करवाए गए। उन्होंने कहा कि मैंने अजमेर रेल मंडल में आने वाले सभी जिलों के सांसदों, विधायकों आदि से जब भी सहयोग मांगा तो मुझे भरपूर सहयोग मिला। यही वजह रही कि मात्र सवा दो वर्ष के कार्यकाल में करोड़ों रुपए के कार्य शुरू करवा दिए गए। भले ही अब मेरा स्थानान्तरण हो गया है लेकिन विकास की जो प्रक्रिया शुरू हुई है वह आगे भी जारी रहेगी।
समारोह में प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रमेश अग्रवाल ने कहा कि अब तक यह धारणा थी कि रेल प्रशासन का अपना नजरिया होता है, लेकिन सालेचा ने अपने सवा दो वर्ष के कार्यकाल में जिस प्रकार रेल प्रशासन को अजमेर के राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, पत्रकारों और जागरूक लोगों के साथ जोड़ा, उससे यह साबित हो गया कि रेल प्रशासन भी अजमेर शहर का ही हिस्सा है। सालेचा के काम में पारदर्शिता थी इसलिए विकास के इतने काम हो पाए। सालेचा ने आगामी 40 वर्षो के बाद की स्थिति को ध्यान में रखकर योजनाओं की क्रियान्विति करवाई है। पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान और राजेन्द्र गुंजल ने सालेचा के उज्जवल भविष्य की कामना की। क्लब के अध्यक्ष एसपी मित्तल ने कहा कि सभी लोग चाहते थे कि सालेचा अभी अजमेर में ही रहें, लेकिन मेरा ऐसा मानना है कि जब व्यक्ति सफलता के शीर्ष पर होता है तभी उसे वह पद छोड़ देना चाहिए। ताकि आने वाले अधिकारी उससे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ सकें। समारोह का संचालन करते हुए महासचिव प्रताप सनकत ने कहा कि पत्रकार वर्ग बहुत कम अधिकारियों का सम्मान करता है। यदि अजयमेरू प्रेस क्लब में आज सालेचा का सम्मान हो रहा है तो सही मानिए की सालेचा ने उल्लेखनीय काम किए है। क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश कासलीवाल ने बताया कि डीआरएम के पद पर आने से पूर्व ही उनके संबंध सालेचा के साथ रहे हैं। कासलीवाल ने सालेचा की कार्यप्रणाली की जमकर प्रशंसा की है। देवदास दीवाना, पी.के. शर्मा आदि ने सालेचा पर लिखी कविताएं भी सुनाई।
स्वागत :
समारोह में क्लब के सदस्य राजेन्द्र गांधी ने सालेचा का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। इस मौके पर क्लब की ओर से सालेचा को एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।
मिलेगी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी :
डीआरएम के पद से स्थानान्तरण के बाद सालेचा को अभी तक भी नये पद पर नियुक्ति नहीं मिली है। माना जा रहा है कि रेल मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के स्तर पर सालेचा की नियुक्ति होगी और उन्हें एक विशेष प्रोजेक्ट का प्रभारी बनाया जाएगा। सालेचा को केन्द्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु के भरोसे का अधिकारी माना जाता है। रेलमंत्री के प्रस्ताव पर ही सालेचा को रेल मंत्रालय में नियुक्ति दी जा रही है।
(एस.पी. मित्तल)  (30-04-2016)
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