Wednesday 11 May 2016

राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे छोटे अखबारों और पत्रकारों के प्रति सहानुभूति रखती हैं। विभाग की निदेशक अनु पे्ररणा कुंतल ने किया दावा।



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11 मई को अजमेर के सूचना केन्द्र में राजस्थान के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की निदेशक श्रीमती अनु प्रेरणा कुंतल ने अजयमेरु प्रेस क्लब के प्रतिनिधियों के साथ खुलकर संवाद किया। कुंतल ने दावा किया कि सीएम वसुंधरा राजे प्रदेश के छोटे अखबारों और पत्रकारों के प्रति सहानुभूति रखती हैं। मैंने जब कभी पत्रकारों की समस्याओं को सीएम मैडम के सामने रखा तो उसका तत्काल समाधान हुआ। अधिस्वीकृत पत्रकारों को वातानुकूलित वॉल्वो बस में नि:शुल्क यात्रा का महत्त्वपूर्ण निर्णय सीएम मैडम की वजह से ही हुआ है। पिछले दिनों मैंने जयपुर के पत्रकारों को भूखंड आवंटन की फाइल प्रस्तुत की तो सीएम मैडम ने सबसे पहले यह जानना चाह कि फाइल में छोटे अखबारों और पत्रकारों के नाम है या नहीं। इतना ही नहीं मेडिक्लेम पॉलिसी लेने वाले पत्रकारों की कुछ बीमारियों का इलाज कैशलेस से किया गया है। सीएम मैडम चाहती हैं कि पत्रकारों की समस्याओं का समाधान तत्परता के साथ हो। यह कहना गलत है कि सीएम मैडम का मीडिया के प्रति सकारात्मक रुख नहीं है। 
श्रीमती कुंतल ने माना कि मीडिया सरकार की आंख और कान होता है। हर सरकार यह चाहती है कि उनकी कल्याणकारी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार हो। मेरा भी यह प्रयास है कि पत्रकारों की समस्याओं के समाधान के साथ-साथ सरकार का प्रचार-प्रसार भी किया जाए। प्रदेशभर में सूचना केन्द्र से निकलने वाले प्रेसनोट की निगरानी मैं स्वयं करती हंू। मेरा यह भी प्रयास होता है कि किसी भी सरकारी कार्यक्रम का प्रेसनोट जल्द से जल्द निकले। 
संभाग मुख्यालय पर बनेंगे डिजीटल कार्ड:
निदेशक कुंतल ने कहा कि अधिस्वीकृत पत्रकारों के जो डिजीटल कार्ड अभी तक सिर्फ जयपुर स्थित मुख्यालय में बनाए जा रहे हैं, उन्हें अब संभाग मुख्यालय पर बनाया जाएगा। इसकी शुरुआत अजमेर से की जाएगी। उन्होंने माना कि प्रदेशभर के पत्रकारों को डिजीटल कार्ड बनवाने के लिए जयपुर आने में परेशानी हो रही है। संवाद वार्ता में उपस्थित विभाग के संयुक्त निदेशक बिनोलिया को निर्देश दिए गए कि अजमेर में इसी माह में कैम्प लगाया जाए ताकि अधिस्वीकृत पत्रकारों के डिजीटल कार्ड बनाए जाए। 
विज्ञापन नीति:
श्रीमती कुंतल ने कहा कि विभाग की ओर से विज्ञापन नीति बनाई जा रही है, जिसके अंतर्गत छोटे और मध्यम श्रेणी के अखबारों का भी ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने माना कि राजस्थान दिवस पर छोटे और मझोले अखबारों को विज्ञापन नहीं मिल रहे है। छोटे और मझोले अखबारों को टेंडर नोटिस और विज्ञापन के रूप में मिलें, इस पर भी विचार किया जा रहा है। निदेशक ने इस बात को भी स्वीकार किया कि वर्तमान में एजेंसियों के जरिए जो विज्ञापन दिए जाते हैं, उसमें रिलीज ऑर्डर प्राप्त करने में पत्रकारों को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि विभाग ने स्टाफ की कमी है, इसलिए मजबूरी में एजेंसी के माध्यम से विज्ञापन दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विज्ञापनों के बिलों के भुगतान की प्रक्रिया को तेज किया गया है। गत वर्ष बजट की कमी थी इसलिए भुगतान नहीं हो पाया। लेकिन अब  नए वित्तीय वर्ष में सभी बकाया बिलों का भुगतान जल्द से जल्द कर दिया जाएगा। 
एक लाख तक की सहायता:
निदेशक ने कहा कि जरुरतमंद पत्रकार के इलाज के लिए पत्रकार कल्याण कोष से एक लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता की जा रही है। इस मामले में जब भी कोई प्रस्ताव उनके सामने आता है तो वे तत्काल राशि को स्वीकृत करवा देती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का कोई भी पत्रकार अपनी समस्या को लेकर कभी भी उनसे संवाद कर सकता है। 
मैं तो खुद सम्पादक हंू:
श्रीमती कुंतल ने कहा कि वे स्वयं इंग्लिश लिटरेचर की स्टूडेंट रही हैं, इसलिए विभाग द्वारा प्रकाशित सुजस पत्रिका का सम्पादकीय स्वयं लिखती हैं। उन्हें पत्रकारों के महत्त्व के बारे में अच्छी तरह पता है। महेश शर्मा को मिलेगी स्थाई नियुक्ति:
विभाग के निदेशक ने कहा कि उपनिदेशक महेश शर्मा को अब अजमेर के सूचना केन्द्र में स्थाई नियुक्ति मिल जाएगी। वर्तमान में शर्मा अजमेर डिस्कॉम में नियुक्त हैं और उनके पास सूचना केन्द्र के उप निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार है। पत्रकारों का कहना था कि सूचना केन्द्र में स्थाई नियुक्ति की जाए। इसके साथ ही श्रीमती कुंतल ने शर्मा को निर्देश दिए कि न्याय आपके द्वार में जो शिविर लग रहे हैं उनका अवलोकन पत्रकारों को करवाया जावे। श्रीमती कुंतल ने जिस साफगोई से पत्रकारों से संवाद किया, उसकी सभी पत्रकारों ने प्रशंसा भी की। विभाग के निदेशक से मिलने वालों में अजयमेरु प्रेस क्लब के अध्यक्ष एस.पी.मित्तल पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र गुंजल, जी.एस.विर्दी, राजकुमार पारीक, गोपाल सिंह लबाणा, अनुराग जैन, विजय हंसराजानी, सत्यनारायण जाला, अकलेश जैन, मासूम अली, फरहाद सागर, सैय्यद सलीम, सुनील बबना, हरीश वर्यानी, कपल वर्यानी, आनंद शर्मा, अमर सिंह राठौड़, श्याम रिझवानी, दीपाली आदि  शामिल थे। 

नोट- फोटोज मेरे ब्लॉग spmittal.blogspot.in तथा फेसबुक अकाउंट पर देखें। 

(एस.पी. मित्तल)  (11-05-2016)
(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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