Saturday 16 July 2016

राजस्थान के तप का प्रकाश मुंबई में फैला रहे हैं जैन संत विश्वास मुनि। सिर्फ पानी पी कर गुजार दिए 38 दिन। 51 दिनों का है संकल्प।

#1561
राजस्थान के तप का प्रकाश मुंबई में फैला रहे हैं जैन संत विश्वास मुनि। सिर्फ पानी पी कर गुजार दिए 38 दिन। 51 दिनों का है संकल्प।
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देश दुनिया में राजस्थान की धरती को तप, त्याग, बलिदान और वीरता की धरती माना जाता है। ऐसी धरती की मिट्टी से जन्में युवा जैन संत विश्वास मुनि इन दिनों मुंबई में अपने तप का प्रकाश फैला रहे है। 16 जुलाई को जैन संत विश्वास मुनि के उपवास का 38वां दिन था। इस उपवास में जैन संत सिर्फ पानी पी रहे हैं। जैन संत का संकल्प 51 दिनों का है। जैन संत के अनुयायियों का भरोसा है कि जैन मुनि 51 दिनों का संकल्प पूरा कर लेंगे। जैन मुनि ने गत 9 जून को उपवास तब शुष् किया था जब मुंबई जैसे महानगर में भी भीषण गर्मी पड़ रही थी। ऐसे में आम व्यक्ति को थोड़ी-थोड़ी देर में प्यास और भूख लगती है, लेकिन इसे जैन मुनि का तप ही कहा जाएगा कि विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों में उपवास का संकल्प लिया। संकल्प भी इतना कठोर कि सिर्फ पानी ही पीएंगे। पानी भी सिर्फ दिन में ही पी सकते हैं। यानि रात के 12 घंटे में पानी का सेवन भी नहीं होगा। साधुमार्गी जैन मुनि न तो फोटो खिंचवाते हैं और न ठंडक के एसी, कूलर, पंखे आदि का उपयोग करते हैं। अखिल भारतीय साधुमार्गी शांत कांति जैन युवा संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रहे प्रकाश जैन ने बताया कि जैन संत विश्वास मुनि मुंबई के बालकेश्वर क्षेत्र स्थित कठोरी जैन स्थानक में चार्तुमास के लिए विराजमान हैं। चार्तुमास शुरू होने से पहले ही जैन संत ने संपूर्ण  मुंबई में अपने तप का प्रकाश फैला दिया है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बालकेश्वर क्षेत्र पहुंच रहे हैं। श्रद्धालु जैन संत के दर्शन  कर स्वयं को भाग्यशाली समझ रहे हैं। स्थानक से जुड़े सुभाष कठोरी और विजय भाई ने बताया कि 22 से 24 जुलाई तक 1008 अष्टम तप महाउत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
भीलवाड़ा के है जैन संत :
जैन संत विश्वास मुनि राजस्थान के भीलवाड़ा के राजाजी करेडा स्थित कलेसर गांव के निवासी है। बचपन से ही त्याग और तप की भावना के कारण साधु मार्ग अपनाने का निर्णय लिया। मुनि विश्वास आचार्य विजयराज महाराज के शिष्य हैं।
(एस.पी. मित्तल)  (16-07-2016)
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