Friday 29 July 2016

वसुंधरा के शासन में राजस्थान टूरिज्म का शर्मनाक कारनामा। चित्तौड़ की रानी पद्मनी को बताया आक्रमणकारी अल्लाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका।

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वसुंधरा के शासन में राजस्थान टूरिज्म का शर्मनाक कारनामा। 
चित्तौड़ की रानी पद्मनी को बताया आक्रमणकारी अल्लाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका।
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इस समय राजस्थान की सीएम की कुर्सी पर भाजपा की वसुंंधरा राजे बैठी हैं। और राजे ने कृष्णनेन्द्र कौर को प्रदेश का पर्यटन मंत्री बना रखा है, लेकिन इसे शर्मनाक ही कहा जाएगा कि पर्यटन विभाग ने अपनी वेबसाइट पर चित्तौड़ की पद्मनी को आक्रमणकारी अल्लाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका बता दिया। एक ओर भाजपा की सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में अकबर महान की जगह महाराणा प्रताप को महान बताकर वाह-वाही बटोर रही है तो दूसरी ओर रानी पद्मनी को खिलजी की प्रेमिका बताया जा रहा है। 
इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है, जिसमें रानी पद्मनी के द्वारा अल्लाउद्दीन खिलजी से प्रेम करने की बात सामने आई हो। इतिहास के अनुसार तो जब खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया था, तो रानी पद्मनी ने हजारों महिलाओं के साथ जौहर कर लिया। वसुंधरा राजे के पर्यटन विभाग के निकम्मे अधिकारियों से यह पूछा कि जब पद्मनी प्र्रेमिका थी, तो फिर उसने जौहर क्यों किया?
इतिहासकारों के अनुसार रानी पद्मनी के सौंदर्य की कहानी भी 250 वर्षों बाद एक मुस्लिम मलिक मोहम्मद जायसी ने लिखी। यह भी सुनी सुनाई कथाओं पर आधारित थी। खिलजी ने 1303 ई.वी. में चित्तौड़ पर आक्रमण किया, जबकि जायसी ने यह कहानी 1540 ई. में लिखी। इससे साफ जाहिर होता है कि रानी पद्मनी मुस्लिम आक्रमणकारी अल्लाउद्दीन खिलजी की प्रेमिका थी, इसका कोई प्रमाण नहीं है। इतिहासकारों का मानना है कि खिलजी को गुजरात की ओर जाना था, ऐसे में चित्तौड़ और जालौर को फतह करना जरूरी था। यानी खिलजी ने रानी पद्मनी के कारण चित्तौड पर हमला नहीं किया। सब जानते हैं कि मुस्लिम आक्रमणकारियों ने किस तरह से भारतीय संस्कृति और सभ्यता को नष्ट किया था। भाजपा के नेता समय-समय पर आवाज भी उठाते हैं, लेकिन अब भाजपा के शासन में ही आक्रमणकारियों के गुणगान हो रहे हैं। शर्मनाक बात तो यह भी है कि वसुंधरा राजे की ओर से अभी तक भी पर्यटन विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। 
(एस.पी. मित्तल)  (29-07-2016)
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