Thursday 29 September 2016

#1792
पुष्कर पुलिस की मिलीभगत के बिना नहीं हो सकती थी रेव पार्टी।
आखिर आस्था और पवित्रता से क्यों हो रहा है खिलवाड़।
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हिन्दुओं के तीर्थ स्थल पुष्कर का अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व इसलिए है कि यहां विदेशी पर्यटक भी आते हैं। एक समय था जब इन विदेशी पर्यटकों के आने का कारण पुष्कर में आत्मिक शांति मिलना होता था, लेकिन अब यह माना जाता है कि विदेशी पर्यटक पुष्कर की भावनाओं के विपरीत मौजमस्ती के लिए आते हैं। इसलिए पुष्कर के आसपास रेतीले भू भागों पर बने प्रभावशाली व्यक्तियों के रिसोर्ट और होटलों में आए दिन रेव पार्टियां होती हंै। 28 सितम्बर को भी पुष्कर के निकट रावतों की ढाणी में बने ऋषि वेली रिसोर्ट में हो रही रेव पार्टी पर पुलिस ने छापामार कार्यवाही की।यह रिसोर्ट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद बाबूलाल दग्दी का है। बड़ी अजीब बात है कि दग्दी ने इस रिसोर्ट का नाम भारतीय संस्कृति के अनुरूप ऋषि वेली रखा, लेकिन रिसोर्ट में जो कुकर्म हो रहे हैं, वे पुष्कर की आस्था  और पवित्रता के साथ खिलवाड़ है। क्या गोरी चमड़ी वाली  लड़कियों और लड़कों को नग्न और अर्धनग्न देखने के लिए ही कांग्रेस  के नेता ने ऋषिवेली रिसोर्ट बनाया? सवाल कांग्रेस का ही नहीं है। ऐसे रिसोर्ट और होटल तो भाजपा के नेताओं ने भी बना रखे हैं। छापे के दौरान जिन होटलों में लड़के लड़कियों को देख गया वह बेहद ही शर्मसार करने वाला है।  ऐसा नहीं की रेव पार्टियों के बारे में पुष्कर पुलिस को पता न हो। असल में रेव पार्टी के लिए जिस प्रकार डीजे आदि को भी बुकिंग होती है, उसी प्रकार पुलिस को भी बुक किया जाता है। डीजे वाले तो रेव पार्टी में आने के पैसे लेते हैं, लेकिन पुलिस नहीं आने के। 28 सितम्बर को भी पुष्कर पुलिस को रिसोर्ट पर मजबूरी में कार्यवाही करनी पड़ी। असल में पुलिस के बुक होने की स्थिति को देखते हुए सीधे अजमेर में एसपी को सूचना दी गई। एसपी के निर्देश पर पुष्कर के अधिकारी नंदराम भादू मौके पर पहुंचे थे। एसपी नितिन दीप ब्लग्गन भी पुष्कर पुलिस के बारे में जानते हैं, इसलिए पीछे पीछे अजमेर में नियुक्त डीएसपी मोनिका सेन को भी भेज दिया। सवाल उठता है कि जब रेव पार्टी दिनभर चल रही थी तो पुष्कर पुलिस को जानकारी क्यों नहीं हुई। इसे भी पुष्कर पुलिस की मिली भगत ही कहा जाएगा कि रिसोर्ट को बांसेली देवरा निवासी जगदीश माली ने ठेके पर ले रखा है, वह भी पुलिस के हाथों से निकल गया। अब न तो पुलिस के पास  रिसोर्ट का मालिक है और न ठेकेदार। जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें एक रिसोर्ट का कर्मचारी विजय यादव व दूसरा डीजे वाला वकील अहमद। सब जानते हैं कि जगत पिता ब्रह्मा की नगरी माने जाने वाले पुष्कर से करोड़ों हिन्दुओं की आस्था जुड़ी हुई है। पवित्र सरोवर में डूबकी लगाने के लिए देशभर से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे  में पुष्कर के सभी लोगों का यह दायित्व है कि वह पुष्कर की पवित्रता के साथ खिलवाड़ नहीं होने दें। बाबूलाल दग्दी जैसे पुष्कर के नागरिकों का तो यह दायित्व है कि वे रेव पार्टी जैसे आयजनों को रोकें। दग्दी तो प्रतिनिधि भी रहे हैं। ऐसे में उनका  दायित्व और बढ़ जाता है। दग्दी यह कह कर बरी नहीं हो सकते की उन्होंने रिसोर्ट को ठेके पर दे दिया। रिसोर्ट में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी दग्दी को होनी चाहिए और यदि रेव पार्टी दग्दी की जानकारी में हुई है, तो यह और भी बुरी बात है। उम्मीद की जानी चाहिए कि भविष्य में पुष्कर व आसपास के क्षेत्रों में कोई रेव पार्टी नहीं हो। 
(एस.पी. मित्तल)  (29-09-2016)
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