Saturday 18 March 2017

#2358
तो क्या हुआ महिला आईएएस के गले से चेन लूट ली तो। 
अजमेर में रोजाना हो रही है वारदातें।
==================== 
18 मार्च की सुबह अजमेर के बी.के.कौल नगर में जब राजस्थान के आयुर्वेद विभाग की निदेशक श्रीमती स्नेहलता पंवार (आईएएस) मोर्निग वॉक कर रही थी तभी दो युवक मोटर साइकिल पर आए और गले पर झपट्टा मार कर श्रीमती पंवार की सोने की चेन लूट कर ले गए। चूंकि श्रीमती पंवार आईएएस हैं इसलिए मीडिया में इस लूट को गंभीरता के साथ लिया जा रहा है। लेकिन पुलिस ने बड़े अधिकारियों का कहना है कि महिला आईएएस की चेन लूट ली गई तो क्या हो गया? अजमेर में रोजाना ऐसी वारदातें आम महिलाओं के साथ हो रही है। बी.के.कौल नगर में जब महिला आईएएस की चेन लूटी तो उसी समय कोई दो किलोमीटर दूर रीजनल कॉलेज के तिराहे पर पुष्कर निवासी सविता पाराशर के गले पर भी झपट्टा मारा गया। सविता आईएएस नहीं है, इसलिए उसने दिलेरी दिखाते हुए युवक को पकड़ लिया और उसके हाथ पर दांत गढ़ा दिए। इससे लुटेरे युवक का मोबाइल गिर गया और इसलिए पुलिस महिला आईएएस के मुकाबले में पुष्कर की साधारण महिला सविता को शाबाशी दे रही हैं। पुलिस के बड़े अधिकारियों का तर्क है कि श्रीमती पंवार की महिला आईएएस के तौर पर लूट के समय कोई पहचान नहीं थी। अजमेर में तो रोजाना मोटर साइकिल वाले युवक महिलाओं के गले से सोने की चेन लूट रहे हैं, जब आम महिलाओं की चेन लूट पर कोई बबेला नहीं होता है तो फिर आईएएस की चेन पर मीडिया हंगामा क्यों कर रहा है? पुलिस शहर भर की महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकती। महिलाओं को स्वयं जागरुक होना पड़ेगा। पुलिस अपने स्तर पर चेन लुटेरों को पकडऩे का काम करती है, लेकिन शहर में इन दिनों चेन लूटने वाले कुछ ज्यदा हो गए हैं। पुलिस के पास पहले से ही स्टाफ और साधनों की कमी है। पुलिस खुद मानती है कि इन दिनों अजमेर में आमजन पर अपराधी तत्व हावी है। इसलिए पिछले दिनों जब पुष्कर रोड स्थित राधाविहार कॉलोनी के निवासी चोरी की वारदातों को लेकर पुलिस के आला अफसर से मिलने गए तो इस अफसर ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि घर की निगरानी तो स्वयं ही करनी पड़ेगी। यदि कोई व्यक्ति बाहर जाता है तो अपने पड़ौसी को बता कर जाए, ताकि पड़ौसी निगरानी का काम कर सके। 
एसपी की हो चुकी है पदोन्नति :
असल में के थानाधिकारियों को पता है कि वर्तमान में एसपी नितिन दीप ब्लग्गन ज्यादा दिन अजमेर में नहीं रहेंगे। सरकार ने ब्लग्गन की पदोन्नति डीआईजी के पद पर कर दी है। यह बात अलग है कि दो माह गुजर जाने के बाद भी सरकार ने ब्लग्गन को एसपी के पद पर ही नियुक्त कर रखा है। थानाधिकारी जानते हैं कि ब्लग्गन किसी दिन भी अजमेर से चले जाएंगे। ऐसे में थानाधिकारियों पर जो लगाम लगनी चाहिए, वह शायद नहीं लग पा रही है। सरकार को चाहिए कि अजमेर में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए स्थाई एसपी की नियुक्ति करें। डीआईजी स्तर के अधिकारी से एसपी का काम लेना उचित नहीं है। 
(एस.पी.मित्तल) (18-03-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)

No comments:

Post a Comment