Thursday 11 May 2017

#2560
प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद राजस्थान में अवैध समारोह स्थल सीज होंगे। भरतपुर में 25 लोगों की मौत के बाद हरकत में आई सरकार।
==================== 
10 मई की रात को भरतपुर के अन्नपूर्णा समारोह स्थल की दुखान्तिका पर यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुख नहीं जताते तो शायद राजस्थान की सरकार अभी भी अवैध समारोह स्थलों पर सोती रहती। 10 मई की रात को 10 बजे हुई घटना पर पीएम मोदी ने 11 मई की तड़के ही 25 मौतों पर दुख जता दिया। इसके बाद राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे ने अपने एक मंत्री को भरतपुर भेजा और दोपहर होते-होते बांसवाड़ा में सीएम ने प्रदेश भर के कलक्टरों को अवैध समारोह स्थलों की जांच करने के आदेश दिए। सीएम ने कहा कि कलक्टर्स यह सुनिश्चित करें कि भरतपुर जैसी घटना दोबारा से नहीं हो। असल में जब भी ऐसी घटना होती हैं तो सरकार प्रदेश भर में जांच के निर्देंश दे देती है। इसलिए यह सवाल उठा है कि क्या अब अवैध समारोह स्थल बन्द हो जाएंगे? सब जानते हैं कि स्थानीय निकाय और जिला प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से ही समारोह स्थल संचालित होते हैं। अधिकांश समारोह स्थल कृषि अथवा आवासीय भूमि पर बने हुए हैं जबकि समारोह स्थल व्यवसायिक भूमि पर बनने चाहिए। गली-कूचों में भी समारोह स्थल धड़ल्ले से चल रहे हैं। ऐसे समारोह स्थलों पर न तो पार्किंग की सुविधा है और न सुरक्षा के इन्तजाम। भरतपुर के अन्नपूर्णा समारोह स्थल की घटना से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि दीवारें कितनी कच्ची बनी हुई हैं। लोग समारोह स्थल की दीवार पर नहीं चढ़े थे बल्कि बरसात और आंधी से बचने के लिए दीवार के सहारे खड़े हुए थे। लोगों के सहारे से ही दीवार गिर गई और 25 लोग दीवार के मलबे में दबकर मर गए। कमोबेश ऐसे ही हालात प्रदेश भर के अधिकांश समारोह स्थलों के हैं। सरकार को चाहिए कि जो समारोह स्थल आवासीय और कृषि भूमि पर संचालित हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद कर दें। अजमेर के फॉयसागर रोड़ पर ऐसे अनेक समारोह स्थल बने हुए हैं, जो पूरी तरह अवैध हैं। अब देखना है कि सीएम के ताजा आदेशों पर जिला प्रशासन और नगर निगम क्या कार्यवाही करता है। 
सीज करने के आदेश : 
सीएम वसुंधरा राजे के निर्देंश के बाद डीएलबी के निदेशक पवन अरोड़ा ने एक आदेश जारी कर सभी स्थानीय निकाय संस्थानों के आयुक्त और ईओ को निर्देंश दिए हैं कि जिन समारोह स्थलों का पंजीयन नहीं हैं, उन्हें सीज की कार्यवाही की जाए। साथ ही ऐसे स्थलों के संचालकों के खिलाफ सम्बन्धित अदालत में मुकदमा भी दायर किया जाए। अधिकारियों को 10 जून तक ऐसी कार्यवाही करनी है। 
सीएम पहुंंची भरतपुर:
इसे प्रधानमंत्री के ट्वीट का दबाव ही कहा जाएगा कि 11 मई की शाम 5 बजे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे स्वयं भी भरतपुर पहुंच गई और अस्पताल में भर्ती घायलों की कुशक्षेप पूछी। हालांकि सुबह सीएम ने अपने वरिष्ठ मंत्री कालीचरण सराफ को भेज दिया था और स्वयं बांसवाड़ा स्थित त्रिपुरासुंदरी के मंदिर में दर्शन के लिए चली गई। तय कार्यक्रम के मुताबिक सीएम को बांसवाड़ा से करौली जाना था, लेकिन वे बांसवाड़ा से सीधे भरतपुर पहुंच गई। 
एस.पी.मित्तल) (11-05-17)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
================================
M: 07976-58-5247, 09462-20-0121 (सिर्फ वाट्सअप के लिए)

No comments:

Post a Comment