Thursday 31 August 2017

#2967
जमीनी हकीकत से रूबरू नहीं हो रहे हैं अजमेर में भाजपा के मंत्री। आसान नहीं है लोकसभा का उपचुनाव।
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अजमेर संसदीय क्षेत्र में प्रस्तावित उपचुनाव के मद्देनजर सत्तारुढ़ भाजपा के मंत्रियों के दौरे शुरू हो गए हैं। लेकिन ऐसे दौरे जमीनी हकीकत से बहुत दूर हैं। अब तक के दौरे भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही हो गए। 30 अगस्त को केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह और सी.आर.चैधरी दिन भर अजमेर में रहे लेकिन इन दोनों ने आम लोगों से मिलने की कोई कोशिश नहीं की। गुलाब बाड़ी के एक स्कूल में पौधारोपण कर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर दिया। दिखाने के लिए स्वतंत्रता सैनानी शोभाराम गहरवाल के निवास पर भी चले गए। इन दोनों केन्द्रीय मंत्रियों के आने का क्या राजनीतिक मकसद रहा यह कोई बताने की स्थिति में नहीं है। सीआर चैधरी नेता बनने से पहले राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। इस नाते चैधरी लम्बे समय तक अजमेर में नियुक्त रहे। लेकिन 30 अगस्त के दौरे में चैधरी ने अजमेर के किसी भी आम व्यक्ति से कोई संवाद नहीं किया। शायद केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद चैधरी आम नागरिक से मिलना गवारा नहीं समझते। 
देवनानी और भदेल फिर उलझेः
30 अगस्त को कलेक्ट्रेट के काॅन्फ्रेंस के हाॅल में जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने विभाग के अधिकारियों  की एक बैठक ली। इस बैठक का उद्देश्य अजमेर की पेयजल समस्या का समाधान करना था। लेकिन गोयल को तब आश्चर्य हुआ जब स्कूली शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी और महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल आपस में उलझ गए। चूंकि जलदाय मंत्री गोयल इन दोनों मंत्रियों के बीच में बैठे हुए थे, इसलिए बड़ी मुश्किल से दोनों को शांत किया। देवनानी और भदेल ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में लम्बित पड़ी परियोजनाओं को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाए। मामूल हो कि ये दोनों मंत्री अजमेर शहर से ही भाजपा के विधायक हैं। इन दोनों मंत्रियों की खींचतान की जानकारी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी है।
1 सितम्बर को आएंगे सराफः
उपचुनाव के मद्देनजर ही एक सितम्बर को प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ मंत्री कालीचरण सराफ अजमेर के जेएलएन अस्पताल में आएंगे। पूर्व सूचना के कारण पूरे अस्पताल को चमका दिया गया है। तय कार्यक्रम के अनुसार सराफ अस्पताल के वार्डों का निरीक्षण भी करेंगे। सराफ यह भी पता लगाएंगे कि सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मरीजों को मिल रहा है या नहीं।
ऊर्जा मंत्री जन सुनवाई बेअसरः
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत भी 30 अगस्त से तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान राणावत जन सुनवाई भी कर रहे हैं, लेकिन आपसी तालमेल नहीं होने की वजह से राणावत की जन सुनवाई बेअसर हो रही है। बिजली से जुड़ी समस्याओं से परेशान उपभोक्ताओं को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि ऊर्जा मंत्री सिर्फ दिखावे के लिए तीन दिवसीय दौरे पर हैं। 
सीएम बेहद गंभीरः
अजमेर आने वाले केन्द्रीय और प्रदेश के मंत्री भले ही गंभीर न हो, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बेहद गंभीर है। उपचुनाव के मद्देनजर ही सीएम राजे स्वयं 21 सितम्बर को अजमेर आ सकती हैं। अपने दौरे से पहले सीएम चाहती हैं कि विभिन्न विभागों के मंत्री अजमेर जा कर लोगों की समस्याओं का समधान करें। इस संबंध में सीएम ने अपने मंत्रियों को आवश्यक निर्देश भी दिए हैं। साथ ही अजमेर जिले के भाजपा विधायकों से भी सीधा सम्पर्क किया जा रहा है। सीएम ने विधायकों से भी उनके क्षेत्र में लम्बित पड़ी योजनाओं की जानकारी ली है। 
शौचालय का बकाया भुगतान मिलना शुरूः
इसे उपचुनाव का दबाव ही कहा जाएगा कि शौचालय निर्माण का बकाया भुगतान लोगों को मिलना शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान के अंतर्गत लोगों ने शौचालय का निर्माण करवाया था। इसके अंतर्गत 12 हजार रुपए की राशि प्रत्येक व्यक्ति को मिली थी। लेकिन जिले के करीब एक लाख लोगों को 12 हजार रुपए की राशि का भुगतान नहीं हुआ। लेकिन अब 72 हजार से ज्यादा लोगों को भुगतान मिलना शुरू हो गया है। इस मामले में जिला कलेक्टर गौरव गोयल की सकारात्मक और प्रभावी भूमिका रही है।
एस.पी.मित्तल) (31-08-17)
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