Sunday 18 March 2018

अजमेर में उत्साह के साथ मना नवसंवत्सर।

अजमेर में उत्साह के साथ मना नवसंवत्सर। चैराहे सजा कर लोगों का किया अभिनंदन। दरगाह पर दिखेगा कौमी एकता का मंजर।
===




18 मार्च को विक्रम संवत 2075 नवसंवत्सर पर्व को अजमेर में उत्साह के साथ मनाया गया। नवसंवत्सर समारोह समिति के तत्वावधान में शहरभर के चैराहे सजाए गए और चैराहों से गुजरने वाले नागरिकों का तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया। समिति के संयोजक निरंजन शर्मा ने बताया कि आनासागर चैपाटी पर प्रातः सूर्य की प्रथम किरण का स्वागत वीणा वादन के साथ किया गया। गायक रजनीश चारण ने राग भैरव उच्चारित किया तो मधुलिका ने वीणा वादन से स्वर गुंजाए। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक विजयानंद, विभाग संघ चालक बसंत विजयवर्गीय, महानगर संघ चालक सुनील दत्त जैन ने नवसंवत्सर केसरी का विमोचन किया। समिति से जुड़े सोमरत्न आर्य के अनुसार अनेक चैराहों पर वाहनों पर स्टीकर लगाए गए ताकि नवसंवत्सर के महत्व को समझा जा सके। प्रांत प्रचारक विजयानंद का कहना रहा कि वर्तमान हालातों में नवसंवत्सर का काल गणना के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। उन्होंने कहा कि नवसंवत्सर भारतीय सनातन संस्कृति का प्रतीक है। इस पर्व को मनाने से हमें हमारी संस्कृति को समझने का अवसर मिलता है। दुनिया में सनातन संस्कृति ही एक ऐसी संस्कृति है जो भाईचारा का संदेश देती है। नवसंवत्सर पर युवाओं में भी जोश देखने को मिला। 
कौमी एकता का मंजरः
चेटीचंड पर्व पर 19 मार्च को अजमेर में भव्य जुलूस निकाला जाएगा। यह जुलूस दोपहर 12 बजे देहली गेट स्थित झूलेलाल मंदिर से रवाना होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होतो हुआ पुनः इसी मंदिर पर समाप्त होगा। चेटीचंड का जुलूस रात्रि 8 बजे सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह पर पहुंचेगा। यहां प्रति वर्ष की भांति मोलाई कमेटी की ओर से सिंधी समुदाय के प्रतिनिधियों का स्वागत किया जाएगा। कमेटी के प्रमुख और दरगाह के खादिम सैयद अब्दुल गनी गुर्देजी ने बताया कि सैकड़ों प्रतिनिधियों के सिर  पर पगड़ी बांधी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले अनेक वर्षों से चेटीचंड के जुलूस का दरगाह के बाहर अभिनंदन करने की परंपरा है। इस अवसर पर  दरगाह के बाहर कौमी एकता का मंजर भी नजर आएगा। यहां उल्लेखनीय है कि 19 मार्च से ही ख्वाजा साहब का 806वां सालना उर्स भी धार्मिक दृष्टि से शुरू हो रहा है।

No comments:

Post a Comment